मिली जानकारी के मुताबिक, दो दिन की बारिश के कारण गांव में मौजूद सहकारी संस्था (Paddy Buying Center) का हजारों क्विंटल धान (Paddy) बाढ़ के पानी में बह गया। इससे काफी नुकसान हुआ है। वर्तमान में सैकड़ों धान के बोरे किनारे पड़े हुए हैं। बोरे का धान भी अब सड़ चुका है। जिस वजह से इसकी बिक्री नहीं की जा सकती है।
हाल ही में इस धान खरीदी केंद्र ने किसानों से धान खरीदा था। लेकिन बारिश से आई पानी की सैलाब ने हजारों क्विंटल धान को बर्बाद कर दिया। बताया जा रहा है कि अचानक रात में पास के नाले में पानी भर गया। जिसकी चपेट में सहकारी संस्था भी आई और वहां रखा पूरा धान पानी में बह गया।
बताया जा रहा है कि करीब 51 हजार बोरी धान पानी में बह गए। वहीँ, धान खरीद केंद्र को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। बताया जा रहा है कि रात में आई बाढ़ इतनी भीषण थी कि धान की बोरियों को बचाने का भी मौका नहीं मिला।
धान खरीदी केंद्र के संचालन नितीन भोंडेकर ने राज्य सरकार से नुकसान का आकलन कर जल्द से जल्द मुआवजा देने की गुहार लगाई है। दरसल केंद्र के संचालक ने अपनी जेब से धान खरीदा था। लेकिन, बाढ़ का पानी उनका सब कुछ बहाकर साथ ले गया। इस घटना के कई दिन बीत जाने के बाद भी दुखद हकीकत जस की तस बनी हुई है।