पूर्व मुख्यमंत्री ने देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कुछ लोगों को लगा कि मैंने चुनौती दी, लेकिन मैं खटमलों को चुनौती नहीं देता।“ उन्होंने कहा कि खटमलों को चुनौती नहीं दी जानी चाहिए, बल्कि कुचल दिया जाना चाहिए।
उद्धव ठाकरे ने हाल में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘‘या तो आप रहेंगे या मैं (राजनीति में) रहूंगा।’’ इस पर ठाकरे ने शनिवार को कहा कि यहां ‘मैं’ का मतलब मेरा सभ्य महाराष्ट्र है और ‘आप’ का मतलब महाराष्ट्र को लूटने वाली पार्टी है।
उद्धव के बयान के बाद इस मुद्दे पर सियासत गरमा गई। फडणवीस ने उद्धव की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “उद्धव ठाकरे एक हताश व्यक्ति हैं और इस हताशा ने उनके दिमाग पर बुरा असर डाला है। अपने भाषण में उन्होंने दिखा दिया है कि वह वाकई में औरंगजेब फैन क्लब के सदस्य हैं।”
अमित शाह ने पिछले महीने पुणे में बीजेपी के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए ठाकरे को औरंगजेब फैन क्लब का मुखिया करार दिया था। जो 1993 के मुंबई सीरियल बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन के लिए माफी की मांग करने वाले लोगों के साथ बैठ गए हैं। शाह ने कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) के साथ गठबंधन करने के संबंध में यह टिप्पणी की।
इसके बाद शनिवार को पुणे में शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने अपनी पूर्व सहयोगी बीजेपी पर सरकार बनाने के लिए राजनीतिक दलों को तोड़कर सत्ता जिहाद में लिप्त होने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, “हमारे हिंदुत्व के बारे में समझाने के बाद अगर मुसलमान हमारे साथ हैं, तो हम उनके (बीजेपी) अनुसार औरंगजेब फैन क्लब हैं। फिर आप जो कर रहे हैं, वह सत्ता जिहाद है।”
पुणे में शिव संकल्प रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा था, ‘‘अमित शाह अहमद शाह अब्दाली के राजनीतिक वंशज हैं। वह भी शाह थे। वह अहमद शाह थे और वह अमित शाह हैं। क्या वह हमें हिंदुत्व की शिक्षा देंगे? आपने नवाज शरीफ के जन्मदिन का केक खाया और हमें आपसे हिंदुत्व सीखना चाहिए?’’ बता दें कि अहमद शाह अब्दाली अफगान राजा था, जिसने पानीपत की तीसरी लड़ाई में मराठों को हराया था।
विधानसभा चुनाव में पता चलेगा- राउत
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री फडणवीस के बयान पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने पलटवार करते हुए कहा, “हर कोई जानता है कि कौन मानसिक रूप से अस्थिर (मेंटली अनस्टेबल) है। उद्धव ठाकरे ने क्या आरोप लगाया? ये लोग महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार कर रहे हैं, ये लोग लोकसभा चुनाव हार गए हैं…। मानसिक असंतुलन की बात विधानसभा चुनाव में पता चलेगी।”