scriptMaharashtra: ‘सीएम रहते हुए इतना संघर्ष किया होता तो आज…’, उद्धव ठाकरे पर फिर बरसी नवनीत राणा | Maharashtra Politics Amravati MP Navneet Rana lashed out at Shiv sena Chief Uddhav Thackeray | Patrika News
मुंबई

Maharashtra: ‘सीएम रहते हुए इतना संघर्ष किया होता तो आज…’, उद्धव ठाकरे पर फिर बरसी नवनीत राणा

Navneet Rana: नवनीत राणा ने कहा “उद्धव ठाकरे एक अपरिपक्व राजनेता हैं, उनके बयान से यह नहीं लगता है कि वे कोई परिपक्व नेता हैं। उद्धव ठाकरे बालासाहेब के बेटे ऐसा लगता भी नहीं हैं।

मुंबईSep 30, 2022 / 04:16 pm

Dinesh Dubey

Navneet Rana and Uddhav Thackeray

उद्धव ठाकरे पर नवनीत राणा ने बोला हमला

महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati) से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) ने एक बार फिर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर निशाना साधा है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा अगर उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री रहते हुए इतना कड़ा संघर्ष करते तो आज महाराष्ट्र का चेहरा बदलने की ताकत उनके पास होती।
नवनीत राणा ने कहा, उद्धव ठाकरे कहते है कि उनके पिता की चोरी हुई, लेकिन उनके पिता की चोरी नहीं हुई है, उन्होंने अपने पिता के जिन विचारों को नजरअंदाज कर दिया हैं, उन्हें आगे आगे ले जाने का काम शिंदे समूह कर रहा है. राणा ने दशहरा रैली को लेकर भी उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि लोगों को जबरन उद्धव ठाकरे की दशहरा रैली में लाया जाएगा, जबकि हिंदुत्व और बालासाहेब के विचारों को सुनने के लिए लोग एकनाथ शिंदे की सभा में उमड़ेंगे।
यह भी पढ़ें

Maharashtra: शिवसेना और शिंदे गुट ने जारी किया दशहरा रैली का टीज़र, चढ़ा महाराष्ट्र का सियासी पारा

आगे बोलते हुए नवनीत राणा ने कहा “उद्धव ठाकरे एक अपरिपक्व राजनेता हैं, उनके बयान से यह नहीं लगता है कि वे कोई परिपक्व नेता हैं। उद्धव ठाकरे बालासाहेब के बेटे ऐसा लगता भी नहीं हैं। बालासाहेब को जो मिला उसका दस प्रतिशत भी उद्धव ठाकरे को नहीं मिला। नवनीत राणा ने आलोचना करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे और उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे जमीन पर रहकर संघर्ष नहीं कर सकते है।
https://youtu.be/mJ-YlLrxMdU
गौरतलब हो कि जून महीने में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के अधिकतर विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दिया था, जिससे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए (MVA) सरकार गिर गई। एमवीए में शिवसेना के साथ एनसीपी और कांग्रेस भी हिस्सा थे। जिसके बाद शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शिवसेना में विभाजन के बाद पहली दशहरा रैली होने वाली है, जिसमें उद्धव खेमा व शिंदे खेमा मुम्बई में ही अलग-अलग रैलियां करेंगे।

Hindi News / Mumbai / Maharashtra: ‘सीएम रहते हुए इतना संघर्ष किया होता तो आज…’, उद्धव ठाकरे पर फिर बरसी नवनीत राणा

ट्रेंडिंग वीडियो