मिली जानकारी के मुताबिक, घटना कलेक्टर पट्टा (Collector Patta) इलाके में स्थित एक बंगले में हुई। पुलिस ने बताया कि कृष्ण पवार के रूप में पहचाने गए लुटेरे ने एक व्यापारी के बंगले का दरवाजा खटखटाया। वह जानता था कि बंगले में सिर्फ एक अकेली महिला हैं।
पुलिस ने कहा कि एक लड़की दरवाजा खोलने के लिए आई और उसने लुटेरे से उसकी पहचान पूछी तो उसने कहा कि उसके पिता ने उसे कुछ सामान देने के लिए भेजा है। लड़की ने जैसे ही दरवाजा खोला, आरोपी अंदर घुस गया और अपनी नकली बंदूक से धमकाने लगा। उसने महिला से सोना और नकदी सौंपने के लिए कहा, लेकिन महिला तभी मदद के लिए चिल्लाने लगीं। यह सुन दादा भूसे समेत आसपास के लोग महिला की मदद के लिए दौड़ पड़े।
जिससे लुटेरा डर गया और बंगले की छत पर भागकर छुप गया। उसने भागने के प्रयास में वहां का दरवाजा भी बंद कर दिया। जिसके बाद शिंदे सरकार में मंत्री भूसे बगल के बंगले की छत पर गए और वहां से लुटेरे से बात की। महाराष्ट्र के खनन मंत्री ने लुटेरे को सरेंडर करने के लिए कहा और उसे आश्वासन दिया कि उसके साथ कोई भी मारपीट नहीं की जाएगी। जिसके बाद लुटेरे ने सरेंडर कर दिया और उसे स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के बाद से दादा भूसे की लोग खूब तारीफ कर रहे है।