जानकारी के मुताबिक, यह घटना तब हुई जब अजित पवार ओझर एयरपोर्ट (Ojhar Airport) से डिंडोरी (Dindori) जा रहे थे। इस दौरान कई किसानों ने काफिले को रोकने के लिए वाहनों के आगे प्याज और टमाटर फेंके। नाराज किसान राज्य सरकार के खिलाफ नारे भी लगा रहे थे। हालांकि, स्थानीय पुलिस ने कुछ ही देर में हालात पर काबू पा लिया और बिना किसी अप्रिय घटना के प्रदर्शनकारियों वहां से खदेड़ दिया।
किसानों ने वीआईपी काफिले को काले झंडे भी दिखाए। ऊन्होने मांग कि की प्याज पर निर्यात शुल्क वापस लिया जाए और किसानों को राहत देने के लिए टमाटर का अच्छा भाव देने की मांग की। प्रदर्शनकारियों में से एक ने मीडियाकर्मियों से कहा, “हम सरकार की नीतियों की निंदा करते हैं… किसान मर रहे हैं… हम प्याज पर निर्यात शुल्क हटाने और टमाटर के लिए उपयुक्त न्यूनतम समर्थन मूल्य चाहते हैं।”
बता दें कि मई-अगस्त में टमाटर की कीमतें 200 रुपये से ऊपर चली गई थीं, लेकिन अब टमाटर की खुदरा कीमत 15-20 रुपये प्रति किलो के बीच हो गई है। जिससे टमाटर की खेती करने वाले किसानों को बड़ा नुकसान हो रहा है।
इसी तरह, नासिक में प्याज के किसान व व्यापारी सरकार के निर्यात शुल्क लगाने की वजह से खफा है। पिछले महीने प्याज के आयात पर 40 फीसदी का निर्यात शुल्क हटाने की मांग को लेकर थोक व्यापार 13 दिनों तक बंद रहा। केंद्र व राज्य सरकार के हस्तक्षेप के बाद हड़ताल खत्म हुई थी। सरकार के आश्वासन के बाद 3 अक्टूबर को हड़ताल समाप्त कर दी गई थी, लेकिन थोक व्यापारियों ने एक महीने का अल्टीमेटम भी दिया है।