महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने मंत्री के रिश्तेदार और करीबी ठेकेदार की जेब भरने के लिए टेंडर को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है। सरकारी खजाने को लूटने का सरकारी कार्यक्रम धड़ल्ले से चल रहा है। उन्होंने बताया कि इस टेंडर को रोकने के लिए मुख्यमंत्री से पत्र के माध्यम से शिकायत करेंगे।
कांग्रेस नेता वडेट्टीवार ने कहा, राज्य में एंबुलेंस महाघोटाला सामने आया है। 8 हजार करोड़ का यह घोटाला है। सात दिन के शॉर्ट नोटिस पर टेंडर निकाली गई। 4000 करोड़ के काम को 8000 करोड़ का बताया जा रहा। इसमें मंत्रियों के रिश्तेदारों को काम मिला है।
विजय वडेट्टीवार ने दावा किया कि सरकार ने खुद यह काम एक ऐसे ठेकेदार को देने की कोशिश की है जो सरकार में कुछ नेताओं का पक्षधर है। गरीब मरीजों के लिए बनी इस योजना के टेंडर में आठ हजार करोड़ के बड़े घोटाले की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। सरकार अधिकारियों पर दबाव बनाकर ऐसा काम कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, केंद्रीय सतर्कता आयोग के नियमों के अनुसार, ठेकेदारों को निविदाओं के लिए प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए और काम की गुणवत्ता समान होनी चाहिए। इसके लिए टेंडर की अवधि कम से कम 21 दिन होनी चाहिए। जिससे ठेकेदार भाग ले सकें। लेकिन इन नियमों को दरकिनार कर 7 दिन में टेंडर जारी कर दिया गया। इसलिए इस घोटाले की जांच होनी चाहिए।