अधिकारियों ने बताया कि जामनेर में पथराव और आगजनी की घटना के बाद पुलिस बल तैनात किया गया है। जामनेर में अब स्थिति नियंत्रण में है। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कलेक्टर आयुष प्रसाद सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल जाकर घायल पुलिसकर्मियों का हालचाल जाना है। मंत्री गिरीश महाजन ने भी फोन पर पूरी घटना के बारे में जानकारी ली और उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।
जलगांव के अपर पुलिस अधीक्षक अशोक नखाते ने बताया कि बच्ची से रेप और हत्या करने वाले आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कुछ लोगों ने कानून हाथ में लेते हुए पुलिस पर पथराव किया और तोड़फोड़ की। सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद इन सभी लोगों को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
यह घटना गुरुवार रात करीब साढ़े 10 बजे की है। कुछ दिन पहले जामनेर पुलिस स्टेशन में नाबालिग लड़की से दरिंदगी के मामले में केस दर्ज किया गया था। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है।
अपर पुलिस अधीक्षक नखाते ने बताया कि बीती रात थाने के बाहर अवैध भीड़ जमा हो गई और उत्पात मचाया। पुलिस ने भीड़ से अपील की कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी, आप कानून अपने हाथ में न लें। लेकिन उन्होंने पुलिस की एक न सुनी और पथराव शुरू कर दिया। कोई भी पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है। उपद्रव करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।