तपागच्छ के सबसे सुविशाल सूरिरामचंद्र समुदाय के विजय पुण्यपालसूरीश्वरजी, चातुर्मास विराजमान अनेक पूज्य आचार्य भगवंत आदि साधु-साध्वी महा रथयात्रा में निश्रा प्रदान करेंगे। महा रथयात्रा में इंद्रध्वजाएं, 50 से अधिक संघ की बग्घियां, 30 से अधिक दीक्षार्थी, चौमुखजी परमात्मा आदि सैकड़ों रचनाएं, पुलिस बैंड, पूना की ढोल आदि वाद्यवृन्द, दुर्लभ मंडलियां, ध्वजा लहराते युवा-विद्यार्थी शामिल होंगे। हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा होगी। जैन धर्म के सिद्धांतों-आदेशों को ध्यान में रखते हुए निकाली जा रही यात्रा में परमात्मा का रथ भी शामिल होगा।
अनेक राज्यों से आएंगे श्रद्धालु
महा रथयात्रा में शामिल होकर पुण्यार्जन के लिए अनेक राज्यों के श्रद्धालु भी रविवार को मुंबई पहुंचेंगे। इनमें गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक और मध्यप्रदेश के जैन समुदाय के लोग विशेष रूप से शामिल होंगे। अनेक परिवारों ने होटल बुक करवा लिए हैं तो कई परिवार रिश्तेदारों के यहां ठहरने का प्रबंध कर चुके हैं।
पुष्प वर्षा और फल वितरण
महा रथयात्रा के दौरान मुंबई की सडक़ों पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ेगा। जैन समाज के साथ ही अन्य समाजों के लोग भी पुण्यार्जन में पीछे नहीं रहने वाले हैं। अनेक समाजजनों ने तय किया है कि महा रथयात्रा पर पुष्प वर्षा और श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण करेंगे। इस दौरान फल, शीतल पेय और अन्य प्रकार का प्रसाद वितरित किया जाएगा।