राज्य( Maharashtra) कुल जीडीपी(GDP) का 40 प्रतिशत नुकसान(loss) झेलने को मजबूर है । वर्ष 2020 -21 के बजट के अनुसार सरकार को 3.47 लाख(3.47 lakh crore) करोड़ की आमदनी आपेक्षित थी, लेकिन कोरोना(corona) संकट के चलते 1 लाख 40 हजार करोड (1.4 lakh crore) रुपए का नुकसान संभावित है। ऐसे में राज्य सरकार के सामने विकट स्थिति है ।
मुंबई। कोरोना के चलते राज्य की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है। राज्य में उद्योग , संस्थान और खुदरा व्यापारियों के
नुकसान को लेकर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर 1 लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज महाराष्ट्र को देने की मांग की है । पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर के राज्य की स्थिति की जानकारी दी ।
पवार ने पत्र में लिखा है कि
राज्य कुल जीडीपी का 40 प्रतिशत नुकसान झेलने को मजबूर है । वर्ष 20 -21 के बजट के अनुसार सरकार को 3.47 लाख करोड़ की आमदनी संभावित थी लेकिन कोरोना संकट के चलते 1 लाख 40 हजार करोड रुपए का नुकसान संभावित है। ऐसे में
राज्य सरकार के सामने विकट स्थिति है । कई ऐसे प्रोजेक्ट को पूरा करने के।लिए 54000 करोड रुपए का खर्च जरूरी है। राज्य सरकार खर्चे में कमी लाएगी । उसके बावजूद हालात बिगड़ने वाले हैं ।
कोरोना के
महामारी में महाराष्ट्र की आर्थिक आमदनी निचले पायदान पर आ चुकी है। ऐसे में महाराष्ट्र सरकार को कम से कम एक लाख करोड़ रुपये का राहत पैकेज देकर केंद्र सरकार सहयोग करे ।
पवार ने अमेरिका, जापान, जर्मनी ,फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों का नाम लेते हुए कहा कि इन सभी देशों ने उद्योग व्यवसाय के राहत के लिए हाथ खोल दिये है । अपनी जीडीपी का 10 परसेंट रकम इन देशो ने मदद किया है । केंद्र सरकार आरबीआई के सहयोग राज्य सरकार को राहत पैकेज देने की कोशिश करें।
Hindi News / Mumbai / Maha politics: महाराष्ट्र पर महासंकट देख पवार ने पीएम से मांगा राहत पैकज – पत्र लिख की एक लाख करोड़ रुपए की दरकार