ठाकरे ने कहा कि दवाई आने से पहले ही हिंदुस्तान कोरोना को परास्त कर देगा। कोरोना को हराने के लिए आप सबने जो संयम दिखाया है, उसे देखते हुए हमें विश्वास है कि कोरोना हारेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की रोकथाम और मरीजों के उपचार के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। लॉकडाउन हटाने के मामले में उद्धव ने कहा कि 3 मई बाद जिलों में स्थिति अनुसार इसके बारे में फैसला होगा।
उद्धव ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की जम कर तारीफ की। कहा कि राज्य में ओछी राजनीति करने वाले कुछ नेताओं की गडकरी जी ने जो खिंचाई की, उसका असर दिखा है। उनके सहयोग से महाराष्ट्र खुश है। यह वक्त राजनीति का नहीं है। उद्धव ने यह भी कहा कि हिंदी में इसलिए बोल रहा हूं, ताकि उनके ऊपर के नेता भी समझें।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों में कोरोना के लक्षण हैं, वे छिपें नहीं बल्कि खुद आगे आएं और टेस्ट कराएं। उन्होंने निजी डॉक्टर और नर्सिंग होम मालिकों से अपील की कि दवाखाना खोलें और आम बीमारियों से पीडि़त मरीजों का उपचार करें। उद्धव ने कहा कि महानगर में कोरोना मरीज जरूर बढ़ रहे हैं। गोरेगांव, वर्ली जैसे ठिकानों पर क्वारेंटाइन सुविधाएं जुटाई गई हैं।
उद्धव ने बताया कि अब तक 1.08 लाख लोगों की जांच हुई है। इनमें 1.01 लाख से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट निगेटिव है। 80 प्रतिशत पॉजिटिव लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं हैं। ऐसे लोगों से ज्यादा खतरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्षय तृतीया पर राज्य में कोई उत्सव नहीं हो रहा, जिसके लिए वे आभारी हैं। रमजान को लेकर उन्होंने अपील की कि घर से ही इबादत करें। मुख्यमंत्री ने कहा, हर कोई पूछ रहा कि भगवान कहां हैं। संकट की घड़ी में हमारी सेवा में जुटे डॉक्टर, पुलिस और सफाई कर्मियों में भगवान हैं।