IAS पूजा खेडकर ने दी पहली प्रतिक्रिया
IAS पूजा पर वीआईपी नंबर प्लेट वाली आधिकारिक कार, आवास, चैंबर जैसी मांगें और सेलेक्शन के लिए फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल करने का आरोप है। उन्होंने कथित तौर पर सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए फर्जी दिव्यांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रमाण पत्र जमा किए। अपने ऊपर लगे आरोपों पर ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुझे मीडिया से कुछ कहने की अनुमति नहीं है… जांच कमिटी के सामने अपना पक्ष रखूंगी।
इस बीच आईएएस पूजा खेडकर को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। वह जिस प्राइवेट ऑडी कार पर लाल बत्ती लगाकर घूमती थी उस कार पर 27 हजार रुपये से अधिक का चालान बकाया है। बता दें कि पूजा खेडकर उस समय विवादों में घिर गईं जब उन्हें उन सुविधाओं का लाभ उठाते हुए पाया गया जो प्रोबेशनरी (ट्रेनी) अधिकारियों को नहीं दी जाती हैं। आरोप है कि उन्होंने अपनी निजी ऑडी कार पर लाल-नीली बत्ती और “महाराष्ट्र सरकार” का बोर्ड लगाया था। नियमों के उल्लंघन के चलते ट्रेनी आईएएस पूजा का पुणे से वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया।
बंगले से हटाया ऑडी कार
पुणे ट्रैफिक पुलिस ने ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर को नोटिस भेजा है। जांच में पाया गया है कि चार पहिया वाहन के सामने एम्बर बीकन लगा हुआ है और उस पर महाराष्ट्र सरकार लिखा हुआ है। मोटर वाहन अधिनियम की धारा 177 के तहत उक्त निजी वाहन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। यह भी देखा गया है कि उक्त वाहन के खिलाफ पहले भी यातायात नियमों का उल्लंघन करने के लिए कार्रवाई की गई है। उक्त बिल भी बिना शुल्क के लंबित है। कार को आगे की कार्रवाई के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ पुणे शहर के चतुरश्रृंगी परिवहन विभाग में प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। इस बीच पुणे पुलिस द्वारा नोटिस जारी करने के बाद यह बात सामने आई है कि ऑडी कार को आज बंगले से हटा दिया गया है। दरअसल मामला गरमाने के बाद खेडकर ने ऑडी का इस्तेमाल करना बंद कर दिया था और बानेर स्थित उनके बंगले पर ऑडी कार ढककर खड़ी की गई थी, जो अब वहां नहीं है।
21 चालान के नहीं भरे पैसे
चतुरश्रृंगी यातायात विभाग के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शफील पठान ने बताया कि आईएएस पूजा खेडकर द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली ऑडी के मामले में मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। उस कार पर 21 चालान लंबित हैं… हम व्हाट्सएप पर नोटिस भेजेंगे और उनसे संपर्क करने की कोशिश करेंगे…निजी कार में महाराष्ट्र सरकार लिखना गैरकानूनी है। कार को बरामद करने के प्रयास जारी है।