जानकारी के मुताबिक, बीते कई सालों से गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के मौके पर नासिक सेंट्रल जेल में भगवान गणेश (Eco-Friendly Ganesha Idols) की इको-फ्रेंडली मूर्तियां (Eco-Friendly Ganpati) बनायीं जाती हैं। खास बात यह है कि इन मूर्तियों को जेल में बंद आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी बनाते हैं। बताया जा रहा है कि मूर्तियों को मिट्टी और गोबर से बनाया गया है, जबकि मूर्तियों को रंगने के लिए भी प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल किया गया है।
जेल अधीक्षक अरुणा मुगूटराव (Aruna Mugutrao) ने कहा, “हर साल की तरह इस साल भी कैदियों द्वारा भगवान गणेश की मूर्तियां बनाई गई हैं। इन मूर्तियों की कीमत 800 रुपए से लेकर 5,500 तक है। कैदियों ने लगभग 1500 प्रकार के गणपति जी बनाए हैं।”
जेल अधिकारी ने बताया कि कैदियों द्वारा बनाई गई बप्पा की मूर्तियों की नासिक में काफी मांग है। मूर्तियों को बनाने में अच्छी सामग्री, रंग का उपयोग किया जाता है, जिसके कारण भक्तों को यहां (जेल) बनी मूर्तियां पसंद आती हैं। गणेश जी की अधिकांश मूर्तियां पहले ही बिक चुकी हैं।