उल्लेखनीय है कि उद्घाटन को लेकर सभी दलों और नेताओं की अपनी-अपनी दलील है। शिवसेना और भाजपा का कहना है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत और पालक मंत्री एकनाथ शिंदे ने मशीनरी के लिए फंड (fund) उपलब्ध कराया था। इसका श्रेय लेने की फिराक में सपा विधायक रईस शेख थे।
म्हात्रे और चौगुले का कहना है कि अभी तक एक फूटी कौड़ी की भी निधि न लाने वाले रईस शेख केवल मीडिया में बने रहने के लिए अपना बड़बोलापन दिखाते हुए शहर के दो-दो फ्लाई ओवर सहित अन्य विकास कार्यों और अस्पताल में मशीनरी लगाने का श्रेय ले रहे हैं।
सपा विधायक शेख का कहना है कि इसके लिए हमने पत्र व्यवहार किया है जिसके बाद मशीनरी चालू हुई है। अस्पताल की मशीनरी के लिए पूर्व सांसद सुरेश टावरे ने 2012-13 में अपनी विकास निधि से 2 करोड़ 17 लाख रुपए का फंड दिया था। इसकी पुष्टि अस्पताल के तत्कालीन चिकित्साधीक्षक डॉ. नितिन मोकाशी ने भी की है। तनाव की आशंका के मद्देनजर शांतिनगर पुलिस स्टेशन द्वारा काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।