वर्तमान में पालिका अस्पताल में सर्दी खांसी के साथ संक्रामक रोग के रोगियों में वृद्धि हुई है। अनियमित वातावरण के कारण बैक्टीरिया का संक्रमण बढ़ गया है। साथ ही ऐसे वातावरण ने लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली को कम कर दिया है। वहीं आतिशबाजी के कारण नागरिकों में सांस लेने तक की समस्या महसूस किया जाने लगा है। इसलिए सांस की बीमारी वाले रोगियों को ध्यान रखना चाहिए और धुएं में जाने से बचना चाहिए। केईएम अस्पताल के संस्थापक हेमंत देशमुख ने कहा है कि पुरानी खांसी को ठीक करने के लिए समय पर उपचार और जांच की भी आवश्यकता होती है।
उल्लेखनीय है कि फिलहाल अक्टूबर में भी मुंबई में हिट है। वहीं बेमौसम बारिश भी पर्यावरण में जबरदस्त बदलाव हो रहा है। दूसरी ओर दिवाली में मुंबई में हमेशा पटाखों को लेकर प्रदूषण भी बढ़ जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि इनमें से सबसे ज्यादा प्रदूषण छोटे बच्चों, नागरिकों के लिए हो रहा है, जिनकी प्रतिरक्षात्मक क्षमता कम हो रही है। इसलिए ऐसे वातावरण में डॉक्टर मुंह पर मास्क पहनने की सलाह भी देते हैं। इसके अलावा विशेषज्ञों का कहना है कि पटाखे चलाने से भी बचना चाहिए।