महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर पीएम मोदी की गणेश पूजा पर विवाद की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। पहले के प्रधानमंत्रियों ने इफ्तार पार्टियों की मेजबानी की तब विवाद नहीं खड़ा हुआ।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता फडणवीस ने एक पुराना समाचार लेख भी सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इफ्तार पार्टी में तत्कालीन सीजेआई केजी बालाकृष्णन (CJI K.G. Balakrishnan) के साथ विभिन्न दलों के अन्य प्रमुख नेता भी नजर आ रहे है।
फडणवीस ने एक्स पर लिखा, “देशभर में गणेशोत्सव की धूम है। चारों तरफ आस्था और पूरे भक्तिभाव से भगवान गणेश जी का पूजन किया जा रहा है। कल तो गौरी-गणपति का महालक्ष्मी पूजन भी हुआ। इसी दौरान सीजेआई चंद्रचूड जी के घर कल पीएम मोदी ने भगवान गणेश की आरती और माता महालक्ष्मी का पूजन भी किया। सीजेआई चंद्रचूड महाराष्ट्र से हैं। दिल्ली में हर साल वें महाराष्ट्रीयन व्यक्ति के पास से ही भगवान गणेश की मूर्ति पूजा के लिए लाते हैं। लेकिन अब अचानक इकोसिस्टम ऐसे सक्रिय हो गया है, जैसे मानो की आसमान फट पड़ा हो।
उन्होंने आगे कहा, “फर्क सिर्फ इतना है कि पूर्व के प्रधानमंत्री अपने आवास पर इफ्तार पार्टियों का आयोजन करते थे और तब सीजेआई इसमें शामिल होते थे। लेकिन, गणेश जी और महालक्ष्मी जी की पूजा के लिए पीएम मोदी के जाने पर इतनी हाय-तौबा क्यों? हिन्दुत्व का विरोध करते-करते अब भगवान गणेश और माता गौरी-महालक्ष्मी का विरोध करने तक क्यों गिर गए?”
गणपति उत्सव के दौरान बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी सीजेआई चंद्रचूड़ के आवास पर गए, जहां उन्होंने भगवान गणेश की आरती की। इस दौरान सीजेआई चंद्रचूड़ और उनकी पत्नी कल्पना दास भी मौजूद रहीं।
शिवसेना मामले की सुनवाई से अलग हो जाएं CJI– संजय राउत
गुरुवार को मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, “गणपति उत्सव चल रहा है, लोग एक-दूसरे के घर जाते हैं। मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है कि पीएम मोदी अब तक कितने घरों में गए… लेकिन प्रधानमंत्री सीजेआई के घर गए और उन्होंने मिलकर गणेश जी की आरती की… यदि संविधान का संरक्षक राजनेताओं से मिलता है, तो यह लोगों के मन में निष्पक्षता को लेकर संदेह पैदा करता है। शिवसेना महाराष्ट्र का हमारा मामला, जिसकी सुनवाई सीजेआई चंद्रचूड़ के समक्ष चल रही है.. इस मुलाकात से हमें संदेह है कि क्या हमें न्याय मिलेगा.. क्योंकि पीएम मोदी इस मामले में दूसरे पक्ष के साथ हैं।” उद्धव गुट के नेता ने आगे कहा, “हमारे मामले में दूसरी पार्टी केंद्र सरकार है… इसलिए मुख्य न्यायाधीश को इस मामले से खुद को दूर कर लेना चाहिए क्योंकि मामले में दूसरी पार्टी के साथ उनके संबंध खुले तौर पर दिखाई दे रहे हैं। क्या ऐसे में सीजेआई चंद्रचूड़ हमें न्याय दे पाएंगे? हमें तारीख पर तारीख मिल रही है और एक अवैध सरकार चल रही है…शिवसेना और एनसीपी इसी तरह टूट गई…हमें न्याय नहीं मिल रहा है… पीएम मोदी महाराष्ट्र की अवैध सरकार में बहुत रुचि ले रहे हैं, उन्हें बचा रहे है। जिस सीजेआई को हमें न्याय देना हैं, उनके साथ पीएम मोदी का ऐसा रिश्ता है, इसलिए महाराष्ट्र की जनता के मन में संदेह पैदा हुआ है।”