‘सावरकर गौरव यात्रा’ में राहुल-उद्धव पर बरसे एकनाथ शिंदे, कहा- हिंदुत्व किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं
‘इंदिरा, यशवंतराव सावरकर का सम्मान करते थे’
डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा, “जिनके मुंह में सोने की चम्मच है वे वीर सावरकर की बात कर रहे हैं। आपकी पार्टी के नेता वीर सावरकर का सम्मान करते हैं। इंदिरा गांधी (Indira Gandhi), यशवंतराव चव्हाण (Yashwantrao Chavan) सावरकर का सम्मान करते थे और आप उनपर सवाल उठा रहे हैं। आप हैं कौन?”
‘सावरकर ने अपने लिए नहीं, दूसरों की रिहाई के लिए लिखा पत्र’
आपने कहा कि वीर सावरकर ने माफी मांगी और अंग्रेजों को पत्र लिखा। नहीं यह गलत है। सावरकर ने पत्र इसलिए लिखा क्योंकि उन्हें पता था कि अंग्रेज़ उन्हें रिहा नहीं करेंगे। तो उन्होंने लिखा, मुझे (सावरकर) रिहा मत करो बल्कि अन्य कैदियों को रिहा करो जिन्होंने तुम्हारे (अंग्रेजों) खिलाफ कुछ नहीं किया है।
‘उद्धव ठाकरे को कुर्सी प्यारी है’
उद्धव ठाकरे पर हमला बुलते हुए फडणवीस ने कहा, “जब उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे तब कांग्रेस ने अपने मुखपत्र में वीर सावरकर को समलैंगिक (Homosexual) कहा था लेकिन उस समय उद्धव ठाकरे इसके खिलाफ कुछ नहीं कह सके क्योंकि उस समय उन्हें सावरकर से ज्यादा मुख्यमंत्री की कुर्सी प्यारी थी। अब वे कहते हैं कि वे राहुल गांधी के बयान के खिलाफ हैं लेकिन आप (ठाकरे गुट) राहुल गांधी के उस बयान के खिलाफ क्या करेंगे?”