जानकारी के मुताबिक, राज्य सरकार की ओर से गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और छह महीने से तीन साल के बच्चों को पोषण योजना के तहत पौष्टिक आहार का फूड पैकेट दिया जाता है। ऐसे ही एक पोषण आहार के पैकेट में छोटा मरा हुआ सांप पाया गया। इसके बाद वितरण को तत्काल रोक दिया गया है।
इस मामले को मंगलवार को अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। शिकायत मिलने के बाद सांगली जिला कलेक्टर राजा दयानिधि ने जांच के आदेश दिए है। जांच रिपोर्ट आने के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।
राज्य आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ की उपाध्यक्ष आनंदी भोसले के मुताबिक, पलुस में एक बच्चे के माता-पिता ने इसके बारे में सोमवार को बताया। छह महीने से तीन साल की उम्र के बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्रों में मध्याह्न भोजन के पैकेट मिलते हैं। इन पैकेटों में दाल खिचड़ी होता है। इसी तरह सोमवार को पलुस में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भोजन के पैकेट दिए। एक बच्चे के माता-पिता ने दावा किया कि उन्हें मिले पैकेट में एक छोटा मरा हुआ सांप था। खाने के पैकेट को लैब टेस्ट के लिए भेजा गया है।