पुणे के सासवड में रविवार को शिवप्रताप दिवस यानी अफजल खान की हत्या का जश्न मनाया गया। इस कार्यक्रम में नितेश राणे भी शामिल हुए। इस दौरान मंच से बोलते हुए उन्होंने केरल को लेकर आपत्तिजनक बातें कही। उन्होंने कहा, “…केरल मिनी पाकिस्तान है। इसलिए राहुल गांधी और उनकी बहन (प्रियंका गांधी) वहां से चुनकर आते हैं। सारे चरमपंथी उन्हें वोट दे रहे हैं. मैं सच कह रहा हूं. ये लोग चरमपंथियों से हाथ मिलाकर सांसद बने हैं।”
कणकवली से बीजेपी विधायक नितेश राणे ने आगे कहा, “अगर हमारा जुलूस 10 बजे तक चलता है तो मुहर्रम और ईद का जुलूस भी 10 बजे तक चलना चाहिए… मैं हिंदुत्ववादी कार्यकर्ताओं को सलाह देना चाहता हूं कि आप अकेले नहीं हैं। हम सरकार के तौर पर आपके साथ हैं। राज्य में मुख्यमंत्री के रूप में भगवाधारी मौजूद है। इसलिए हिंदुत्ववादी विचार वाले कार्यकर्ताओं को डरने की कोई जरूरत नहीं है।“
पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के मंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने वाले नितेश राणे ने आगे कहा, “अगर कोई हिंदू धर्म के खिलाफ गैरकानूनी काम करेगा तो हम उसे नहीं छोड़ेंगे। मंत्री होने के नाते अब बंदिशें आ गई हैं। आगे भी मजबूती के साथ हिंदुत्व का काम जारी रखें।“
विपक्ष ने दी तीखी प्रतिक्रिया
नितेश राणे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे पाटिल ने कहा, राणे का यही काम है.. उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है? उन्हें ऐसा कहने के लिए ही चुना गया है… हालाँकि, मैं पीएम मोदी और सीएम देवेंद्र फडणवीस से पूछना चाहता हूं कि जो व्यक्ति मंत्री हैं, भारत की संप्रभुता और एकता को बनाए रखने के लिए संविधान की शपथ ली है। अब वह देश के एक राज्य को पाकिस्तान बता रहा है। वह वहां के मतदाताओं को आतंकी कह रहा हैं. क्या उन्हें मंत्री बने रहने का अधिकार है?” वहीँ, महाराष्ट्र के सपा अध्यक्ष अबू आजमी ने कहा कि नितेश राणे को नफरत भड़काने वाले मंत्रालय का कैबिनेट मंत्री बनाना चाहिए, मुख्यमंत्री को ऐसा मंत्रालय बनाने पर विचार करना चाहिए… राणे चाहे जो बोल दें उन पर एक्शन नहीं लिया जाता है।