महाराष्ट्र सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर कहा “हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना किसी ऐसे व्यक्ति का समर्थन कैसे कर सकती है, जिसका दाऊद से सीधा संबंध है, जिसने मुंबई में बम विस्फोट करके निर्दोष मुंबईकरों को मार डाला? हमने जो कदम उठाया है वह इसका विरोध करना है। हमें परवाह नहीं है, भले ही यह हम सभी को मौत के कगार पर ले जाए।”
उन्होंने ट्विटर पर लिखा “बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा के लिए और बालासाहेब की शिवसेना को बचाने के लिए हम मर भी जाएं तो बेहतर है।“ बता दें कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन के विरोध में शिंदे और बागी विधायकों के राज्य छोड़ने के बाद महाराष्ट्र राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है। शिवसेना के कम से कम 38 विधायकों ने शिंदे का पक्ष लिया है और वे वर्तमान में बीजेपी शासित राज्य असम के गुवाहाटी में मौजूद हैं।
एकनाथ शिंदे और उनके बागी समूह ने दावा किया है कि वे ही “असली शिवसेना” हैं। इसलिए असंतुष्टों ने अपने समूह का नाम “शिवसेना (बालासाहेब)” रखा है। हालांकि उनके इस नाम पर शिवसेना ने आपत्ति जताते हुए क़ानूनी कार्रवाई की धमकी दी है। वहीँ, शिवसेना की शिकायत पर डिप्टी स्पीकर ने 16 बागी विधायकों को अयोग्यता का नोटिस जारी किया है। इसके खिलाफ शिंदे खेमे ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है।