‘विपक्ष के 20-25 विधायक बीजेपी में होंगे शामिल, अगर…’, दिग्गज नेता के बयान से महाराष्ट्र की सियासत गरमाई
अजित पवार की आलोचना करते हुए पूर्व सांसद ने आगे कहा कि ‘संभाजी महाराज के धर्म रक्षक होने के कई सबूत हैं. अजित पवार को बिना जाने किसी भी ऐतिहासिक मामले पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने इस बार आधा सच बोला है। अजित पवार का यह कहना सही है कि संभाजी महाराज स्वराज रक्षक (Swaraj Rakshak) थे। लेकिन वे धर्मवीर (Dharmaveer’) नहीं थे, यह कहना गलत है।’ हालांकि संभाजी राजे के इस रुख पर एनसीपी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।अजित पवार ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम अजित पवार ने शुक्रवार को नागपुर में महाराष्ट्र विधानसभा में टिप्पणी की थी। शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन उन्होंने कहा “हम हमेशा छत्रपति संभाजी महाराज को ‘स्वराज रक्षक’ कहते हैं। लेकिन कुछ लोग उन्हें ‘धर्मवीर’ कहते हैं। यह गलत है। जैसा कि संभाजी महाराज ने कभी किसी विशेष धर्म का समर्थन नहीं किया। उनका बलिदान और कार्य राष्ट्र कल्याण के लिए थे, ”उन्होंने कहा था। सदन में बोलते हुए पवार ने कहा था कि, ‘छत्रपति संभाजी महाराज ने कभी धर्म के आधार पर शासन नहीं किया।“
बीजेपी का प्रदर्शन
उधर, बीजेपी अजित पवार के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए कह रही है कि उन्होंने धर्मवीर संभाजी महाराज का अपमान किया है और उन्हें विपक्ष का नेता बनने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।