भायखला पुलिस के अधिकारी ने बताया कि पुरानी दुश्मनी के चलते एनसीपी नेता सचिन कुर्मी की हत्या कर दी गई। आरोपियों की पहचान आनंद अशोक काले (39), प्रफुल्ल प्रवीण पाटकर (26) और विजय ज्ञानेश्वर काकड़े (34) के तौर पर हुई है। इस वारदात में कुछ और लोगों के शामिल होने की आशंका है और मामले में आगे की जांच जारी है।
‘उधार’ बनी हत्या की वजह?
आरोपियों से पूछताछ में भायखला पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं। इस हत्याकांड में दो और संदिग्ध विजय उर्फ बुआ कुलकर्णी और दिलीप वागस्कर के भी शामिल होने की खबर है। लेकिन कुलकर्णी पिछले कुछ दिनों से पुणे के एक अस्पताल में भर्ती है। जबकि पुलिस ने दिलीप को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि बुआ कुलकर्णी ने मृतक सचिन कुर्मी के भाई को 9 लाख रुपये का उधार दिया था। इन पैसों की वसूली को लेकर ही उनमें विवाद चल रहा था। पुलिस का मानना है कि संभवत इसी की वजह से एनसीपी नेता की हत्या की गई है। हालांकि पुलिस हर एंगल से मामले की जांच पड़ताल कर रही है। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।