क्राइम ब्रांच के डिप्टी कमिश्नर (डीसीपी) राजतिलक रौशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘कुल नौ बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है.. वे अवैध रूप से भारत से बांग्लादेश में पैसे भेजते थे। इसमें और भी लोगों के शामिल होने की संभावना हैं… यह एक प्रकार का हवाला लेनदेन करते थे। इसकी अभी जांच चल रही है। आरोपी उन व्यक्तियों के माध्यम से पैसे भेजते थे जो भारत से बांग्लादेश या बांग्लादेश से भारत सीमा पार कर आते-जाते थे।”
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, भारत में घुसपैठ करने के बाद आरोपियों ने खुद को भारतीय नागरिक साबित करने के लिए फर्जी आधार कार्ड बनवा लिए और फर्जी दस्तावेजों की मदद से देश में बैंक खाते भी खोले। आरोपियों को मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई से गिरफ्तार किया गया है।
डीसीपी रौशन ने कहा, वे बांग्लादेश के जरूरतमंद लोगों के लिए भारत से बांग्लादेश में पैसे ट्रांसफर करते थे। जो लोग वैध तरीके से भारत आ रहे थे। उन्हें भी पैसे ट्रांसफर किये जाते थे. वे भारत में अवैध रूप से रह रहे लोगों के लिए भी पैसे ट्रांसफर करते थे। साथ ही उन लोगों के पैसे भारत से बांग्लादेश में भी भेजते थे। इसके लिए आरोपी कमीशन लेते थे। लेनदेन की कुल राशि लाखों में हो सकती है। मामले की छानबीन जारी है।