जानकारी के मुताबिक गढ़चिरौली की कुरखेडा पुलिस ने दो दिन पहले बूचड़खाने ले जाए जा रहे करीब 100 मवेशियों को बचाया था और पवनी तहसील के धनोरी गांव में स्थित बलिराम गौशाला भेजा था। लेकिन, गौशाला में चारे व पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी। इससे कम से कम 40 मवेशियों की मौत हो गयी।
भूख से 40 मवेशियों की मौत!इस मामले में पवनी पुलिस ने गौशाला के एक संचालक को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि गौशाला में शेड नहीं था। इसलिए सभी मवेशियों को खुले में रखा गया था, ऊपर से न चारे का इंतजाम और न ही पानी की व्यवस्था। इसलिए भूख से मवेशियों की मौत हो गई।
गौशाला में चारे-पानी के बिना मवेशियों की मरने की घटना से हड़कंप मच गया है। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। खास बात यह है कि पिछले साल इस गौशाला के अध्यक्ष समेत 13 संचालकों पर गौशाला के पशुओं को बेचने का आरोप लगा था। पुलिस ने केस दर्ज कर सभी को गिरफ्तार किया था।