कहानी
सुश्रुत (आयुष शर्मा) वडोदरा में रहने वाला एक आम लड़का होता है जो बच्चों को गरबा सिखाते हैं। लेकिन अचानक नवरात्रि के मौके पर उन्हें एक लड़की पसंद आ जाती हैं। उन्हें मिशेल (वरीना हुसैन) से प्यार हो जाता है और उनका प्यार जीतने के लिए वह हर काम करते हैं। सुश्रुत अपनी जिंदगी में डांस को सबसे अहम मानते हैं। उनका सपना वडोदरा में अपनी एक गरबा अकादमी खोलना चाहता है। वहीं मिशेल इंग्लैंड की रहती हैं जो अपनी मातृभूमि भारत लौटना चाहती है और इस बात के लिए उसके पिता (रोनित रॉय) तैयार हो जाते हैं। इंडिया आने के बाद वह वडोदरा में नवरात्रि मनाने के लिए रुक जाते हैं। इसी त्यौहार के दौरान सुसु को मिशेल से प्यार हो जाता है। इसके बाद दोनों कैसे एक दूसरे को अपना बनाते हैं। इसी विषय पर है फिल्म ‘लवयात्री’।
पत्रिका व्यू फिल्म की कहानी आम कहानियों जैसी है। मूवी में आयुष और वरीना की एक्टिंग ठीक-ठाक रही। रोनित रॉय ने पिता का रोल बखूबी निभाया। फिल्म के निर्देशन में कई जगह कमी दिखाई दी।
फिल्म के गानों से लेकर उसकी निर्देशन तक की बात की जाए तो ‘लवयात्री’ को पत्रिका एंटरटेंमेंट 5 में से 3.0 स्टार्स देगा।