राष्ट्रव्यापी पहल है स्वच्छता अभियान, इससे सभी जुड़े
– पहाडगढ़़ विकासखंड में स्वच्छता अभियान के शुभारंभ अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी रामपाल करजरे ने कहा
– स्वच्छता मित्रों को सम्मानित, लोगों को किया जागरुक
मुरैना. स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत जनपद पंचायत पहाडगढ़़ में स्वच्छता ही सेवा 2024 कार्यक्रम का शुभारंभ 17 सितंबर को किया गया। कार्यक्रम में जनपद पंचायत पहाडगढ़़ के अध्यक्ष अंगूरी लखन सिंह धाकड़, रामपाल करजारे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पहाडगढ़़, ब्लॉक समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन शकुंतला राजपूत, अनार सिंह यादव, महिला बाल विकास अधिकारी एवं अन्य कार्यालय प्रमुख एवं जनप्रतिनिधि कार्यक्रम मेंं सम्मिलित रहे। सभी को स्वच्छता शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का समापन सामूहिक श्रमदान गतिविधियों के साथ संपन्न हुआ। मुख्य कार्यपालन अधिकारी रामपाल करजरे ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्रदेश सरकार के नेतृत्व में पूरे म प्र में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान राष्ट्रव्यापी पहल है, जिसका उद्देश्य दैनित जीवन में स्वच्छता और सफाई के प्रति प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करना है। इसी के तहत कलेक्टर अंकित अस्थाना, जिला पंचायत सीइओ डॉ. इच्छित गढ़पाले के मार्गदर्शन में पहाडगढ़़ विकासखंड में भी स्वच्छता अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत विकासखंड मुख्यालय पर 17 सितंबर को अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान 2 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। सीइओ करजरे ने सचिव, रोजगार सहायक सहित पंचायत के अन्य जिम्मेदारों को निर्देशित किया है कि पंचायत के अंतर्गत भी सफाई अभियान को लगातार जारी रखें।
स्वच्छता मित्रों को किया सम्मानित स्वच्छता अभियान के शुभारंभ अवसर पर सीइओ, अध्यक्ष जनपद पहाडगढ़़ ने स्वच्छता मित्रों को सम्मानित किया और लोगों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया। वहां मौजूद लोगों से कहा कि स्वयं तो जागृत रहें, साथ ही अपने आसपास, परिवार, रिश्तेदारों को भी स्वच्छता के प्रति जागरुक करें, तभी स्वच्छता का सपना साकार हो सकता है। वक्ताओं ने कहा कि सभी लोग यह प्रयास करें कि खाली पड़े प्लाट व जमीन में पानी जमा न होने दें, जिससे मच्छर न पनपे। मच्छर पनपने पर संक्रामक बीमारी हो सकती हैं। पशुपालकों से भी आव्हान किया कि गोबर को बस्ती से दूर गड्ढा बनाकर डालें जिससे वह खाद बन सके और उसको फसल में डालकर जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाई जा सके। ऐसा करने से गांव में गंदगी नहीं फैलेगी और गोबर का भी सदुपयोग हो सकेगा।