ये है पूरा मामला
महिला ने जनसुनवाई के दौरान बताया कि उसकी दूसरी डिलेवरी 16 जनवरी 2019 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई थी। इसके बाद परिजन की सहमति से उसने नसबंदी ऑपरेशन करा लिया था। दूसरी संतान होने के बाद एक एक्सीडेंट में वह एक पैर से विकलांग हो गई। महिला के अनुसार कुछ दिन पहले उसे पता चला कि 5 माह की गर्भवती है। महिला ने बताया कि उसका पति दिहाड़ी मजदूर है और वह खुद एक पैर से विकलांग है। दो BJP नेताओं पर बड़ी कार्रवाई, कोंग्रेसियों के साथ रैली करने को लेकर पार्टी ने भेजा नोटिस महिला ने कलेक्टर से निवेदन किया कि वह तीसरी संतान का भरण-पोषण नहीं कर पाएगी, उसे आर्थिक सहायता राशि दी जाए। कलेक्टर अंकित अस्थाना ने महिला की परेशानी सुनकर तत्काल आर्थिक सहायता राशि मंजूर की और जांच के आदेश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि तत्कालीन डॉक्टर की केस रिपोर्ट देखकर उस पर कार्रवाई करें।