विधायक मावई के अनुसार घटना के वक्त पास में ही एक होटल पर भोजन खा रहे थे। उनके साथ प्रदेश महामंत्री जसवीर गुर्जर, प्रदेश सचिव रामलखन डंडोतिया व शहर कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष अशोक सिंह भदौरिया भी थे। सूचना मिलते ही सभी कांग्रेस नेता मौके पर पहुंच गए और वीडियो बनाने के साथ ही अन्य कांग्रेसजनों को भी मौके पर बुलाने को कहा। यह सुनकर पुलिस पीछे हट गई। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने अपने पार्षदों को साथ लिया और वाहनों की चाबियां लेकर सुरक्षा घेरे में लेकर कैलारस में सबलगढ़ विधायक बैजनाथ कुशवाह के निवास तक छोड़कर आए।
गुरुवार को कांग्रेस नेता विधायक मावई के नेतृत्व में कलेक्टर बी कार्तिकेयन से भी मिले और चुनाव के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर शंकाओं को दूर करने और पुख्ता इंतजाम करने की मांग की। कलेक्टर ने उचित कदम उठाने की बात कही है। कलेक्टर से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेताओं में विधायक के अलावा प्रदेश किसान कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुर्जर, कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र सोलंकी, शहर जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा, जिला प्रवक्ता राजेंद्र यादवए जिला पंचायत के पूर्व सदस्य राकेश यादव, नगर निगम में सभापति पद के लिए कांग्रेस प्रत्याशी राधारमण डंडोतिया, भगवान सिंह तोमर, सौरभ सोलंकी आदि शामिल रहे।
चुनाव में वोट डालने के बाद गिरफ्तार हो सकते हैं पार्षद-
जिले भर में कई पार्षदों के विरुद्ध पुलिस में प्रकरण दर्ज है। इनमें अध्यक्ष पद के दावेदार श्रीपति प्रजापति व अन्य शामिल हैं। एक पार्षद मुरैना नगर निगम क्षेत्र का भी गंभीर अपराधों में फरार बताया गया है। यह पार्षद वोट डालने के बाद गिरफ्तार हो सकते हैं।
जिले भर में कई पार्षदों के विरुद्ध पुलिस में प्रकरण दर्ज है। इनमें अध्यक्ष पद के दावेदार श्रीपति प्रजापति व अन्य शामिल हैं। एक पार्षद मुरैना नगर निगम क्षेत्र का भी गंभीर अपराधों में फरार बताया गया है। यह पार्षद वोट डालने के बाद गिरफ्तार हो सकते हैं।
इधर घटना के संबंध में मुरैना के एसपी आशुतोष बागरी ने कांग्रेस नेताओं के आरोपों को गलत बताया है। उनका कहना है कि रात को एबी रोड पर पुलिस की रुटीन चेकिंग थी। एक साथ आधा दर्जन वाहन निकले तो पुलिस ने रोकर पूछताछ और जांच की। बाद में सभी को जाने दिया। पुलिस रुटीन चेकिंग तो कर ही सकती है.