mp news: मध्यप्रदेश के मुरैना में अवैध संबंधों के चलते एक बार फिर एक परिवार उजड़ गया। मामला मुरैना के नूराबाद थाना इलाके का है जहां एक महिला ने प्रेमी के प्यार में अपने ही पति को मौत के मुंह में पहुंचा दिया। महिला के प्रेमी व उसके दोस्तों ने इस वारदात को अंजाम दिया था जिनके जुर्म का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक की पत्नी के द्वारा बोले एक झूठ से पुलिस को उस पर शक हुआ और उसकी काली करतूत खुलकर सामने आ गई।
पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 2 अगस्त को नूराबाद थाना इलाके में छर्रा का पुरा गांव में तालाब के किनारे बोरे में एक शख्स की लाश मिली थी। मृतक की शिनाख्त बाद में उसके परिजन ने बिचौला गांव के रहने वाले मनोज उच्चारिया के तौर पर की थी। लेकिन पत्नी भारती ने मृतक की लाश को देखने के बाद ये बात कह रही थी कि ये लाश उसके पति की नही है जिससे पुलिस को उस पर शक हुआ।
शक के आधार पर पुलिस ने मृतक मनोज की पत्नी भारती की कॉल डिटेल की जांच की तो पाया कि भारती मुरैना के रहने वाले आशुतोष माहौर के टच में है। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो मृतक मनोज आशुतोष माहौर के कोचिंग सेंटर में जाता दिखाई दिया। इतना ही नहीं मृतक मनोज की कॉल डिटेल में आखिरी बार आशुतोष से ही उसकी बात हुई थी। इस आधार पर पुलिस ने आशुतोष को पकड़कर पूछताछ की तो जो सच निकलकर सामने आया वो हैरान कर देने वाला था। भारती और आशुतोष के बीच अवैध संबंध थे।
कंप्यूटर कोचिंग से शुरू हुई ‘लव स्टोरी’
पुलिस ने बताया कि आरोपी आशुतोष मुरैना के वनखंडी रोड स्थित कौशल विकास केंद्र का मैनेजर है और एक-डेढ़ साल पहले भारती यहां कम्प्यूटर सीखने आती थी, तभी से आशुतोष और भारती के बीच अवैध संबंध बन गए। इसी साल मई के महीने में भारती घर से भी भाग चुकी थी और तब भी आशुतोष माहौर का नाम आया था। भारती और आशुतोष के अवैध संबंधों में मनोज रोड़ा बन रहा था इसलिए दोनों ने मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची और आशुतोष ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर खौफनाक तरीके से मनोज को मौत के घाट उतारा था।
आरोपियों ने मनोज को जिस तरीके से मारा था उसे जानकर पुलिस भी हैरान रह गई। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने 23 जुलाई को ही मनोज की हत्या कर दी थी। आरोपियों ने पहले उसे शराब पिलाई और फिर नशे की हालत में बुरी तरह पीटा। इसके बाद 25 से 30 नींद की गोलियों को पीसकर पानी में मिलाया और फिर नींद की गोलियों के घोल के इंजेक्शन मनोज की गर्दन, पेट, छाती और पसलियों में लगाए। मनोज के बेहोश होने पर आरोपियों ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंसा और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी। मनोज को मारने के बाद आरोपियों ने उसकी लाश को बोरे में भरा और फिर ट्रेक्टर ट्रॉली में डालकर तालाब में ले जाकर फेंक दिया था।