- सात साल पूर्व विकसित हो चुकी थी कॉलोनी
हाउसिंग बोर्ड ने शिवलाल का पुरा में जमीन खरीदकर वर्ष 2015 में कॉलोनी विकसित करने आवासों का निर्माण करना शुरू किया गया। वर्ष 2017 तक प्रस्तावित 1000 आवासों में 250 बनकर तैयार हो गए। उनमें से उसी समय 190 आवास एलॉट तो हो चुके हैं। बाद में 140 लोगों ने अपने पैसे वापस लेकर एलाटमेंट निरस्त करा लिया था। 50 लोग हर गए थे, उनमें से भी व्यवस्था और सुरक्षा के अभाव में अभी तक एक भी परिवार वहां रहने नहीं पहुंचा है। इसमें दो साइज के आवास हैं। एक 20 बाइ 40 (800 वर्ग फीट), दूसरा साइज 13 बाइ 32 (416 वर्ग फीट) है। - आवासों में भरा है भूसा और पार्कों में हो रही खेती
हाउसिंग बोर्ड ने जो कॉलोनी विकसित की थी। उसमें एक दो साल तक चौकीदार रहा लेकिन उसके बाद सूनी छोड़ दी। वर्तमान में स्थित यह है कि आसपास के लोगों ने आवासों के ताले तोडकऱ अपना अपना भूसा भर दिया है। वहीं पार्कों के चारों तरफ के लोहे के पाइप चोरी हो चुके हैं, परिसर में खेती हो रही है। - आवासों में की गई है तोडफ़ोड़
कॉलोनी के बिजली सप्लाई के लिए एक बिजली घर में बनाया गया था। आवासों के लिए बिजली की लाइन भी डाली गई थी। लेकिन बिजली की लाइन के तार के साथ साथ आवासों में लगे बोर्ड तक चोरी हो गए। कमरों में लगी लोहे की जाली, पार्कों में लगे पाइप व जालियां भी चोरी हो चुकी हैं। इन खिड़कियों व जालियों को चुराने के लिए दीवार फोड़ दी, उसके बाद आवास और क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
फैक्ट फाइल - 1000 आवास थे प्रस्तावित।
- 250 आवासों का हो चुका है निर्माण।
- 190 के करीब आवास हुए थे एलॉट।
- 140 लोग निरस्त करा चुके हैं एलॉटमेंट।
- 11 करोड़ के करीब राशि खर्च हुई थी आवासों के निर्माण पर।
- 2015 में शुरू हुआ था आवासों का निर्माण।
- 2017 में बनकर तैयार हो चुके थे आवास।
- 05 पार्क विकसित किए थे परिसर में।
- हमने अभी हाल ही में ऑप्सन के दौरान दस आवास एलाट कराए हैं। शासन के लोगों की गलती के चलते चौकीदार नहीं रखा गया इसलिए आवासों के गेट व खिडक़ी चोरी हो चुके हैं।
उपेन्द्र मावई, रहवासी - कॉलोनी के आवास की खिडक़ी, गेट यहां तक कि शौचालय की सीट तक चोरी हो चुकी हैं। आवासों में लोगों ने भूसा भर लिया है। यहां का माहौल खराब है इसलिए आवासों की अभी तक बिक्री नहीं हो सकी है।
सत्यवीर सिंह, बिचौला
कथन - भौंडेरी मौजे में हाउसिंग बोर्ड ने 250 आवास बनाए थे। उनमें से उसी समय 190 आवास एलॉट हुए थे। बाद में 140 लोगों ने अपने आवासो का एलाटमेंट निरस्त करा लिया था। 50 आवास पूर्व के हैं और अभी विज्ञप्ति निकाली गई थी, उसमें से 20 और एलॉट हो चुके हैं। अभी प्रक्रिया जारी ही है। हाउसिंग बोर्ड के आवासों की टीएनसीपी सहित अन्य सभी परमीशन हैं, पास में ही अवैध कॉलोनी कट रही है, उसमें जितने का प्लाट मिल रहा है, उतने में हम मकान दे रहे हैं।
राजेन्द्र तिवारी, कार्यपालन यंत्री, हाउसिंग बोर्ड