विदित हो कि पुलिस के पास पॉइंट आया था कि इंदौर से चार कोरोना के संदिग्ध मरीज भाग गए हैं। इसलिए पुलिस ने नाकाबंदी की। सरायछोला थाना प्रभारी योगेंद्र यादव ने बताया कि उन्हें प्वाइंट मिला था कि इंदौर से 3 कोरोना पॉजिटिव और 2 संदिग्ध भागे हैं। ये लोग किसी वाहन से दिल्ली की ओर जा रहे है। इसलिए हाइवे पर चेकिंग चल रही थी। रात करीब सवा 9 बजे चेकिंग के लिए अल्लाबेली चौकी म प्र राजस्थान के बॉर्डर पर ट्रक रोका और ट्रक में बैठे लोगों के आधार कार्ड से मिलान किया तो वहीं लोग निकले जो इंदौर से भागे थे।
पुलिस के पास इंदौर से कोरोना पॉजिटिव के भागने और मुरैना होकर आगरा की ओर जाने का पाइंट पहले से ही था। इसलिए दिनभर वाहनों की सघन चेकिंग की गई। ट्रक में 4 लोग होने पर पुलिस को संदेह हुआ। ट्रकों में भी एक-दो से ज्यादा लोग नहीं चल रहे हैं। संदेह के आधार पर पूछताछ में यह लोग पकड़े गए। संक्रमित होने से पुलिस ने भी दूर से ही औपचारिक पूछताछ कर चारों व्यक्तियों को अस्पताल भिजवाने की व्यवस्था कर दी।
प्रदेश सरकार नाकाबंदी की दुहाई दे रही है। यहां तक मुरैना व ग्वालियर के बॉर्डर पर जो चेकिंग पॉइंट लगा है उस पर आवश्यक कार्य से ग्वालियर जाने वालों को परेशान किया जाता है और उनको ग्वालियर में प्रवेश न करते हुए वापस कर दिया जाता है लेकिन इंदौर से पॉइंट मिला, उस पर गंभीरता नहीं दिखाई तब चेकिंग पॉइंट पर लगा फोर्स कहां चला गया। ये बहुत बड़ी चूक है कि इंदौर से ग्वालियर तक तमाम चेकिंग पॉइंट होते हुए भी किसी नहीं देखा और उनको मुरैना पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए पकड़ लिया।
इंदौर से भागे कोरोना के संदिग्धों ने ट्रक वाले के हाथ जोड़े और गिड़गिड़ाए कि हमको किसी तरह आगरा तक ले चलो। यह सरायछोला थाना पुलिस को पूछताछ के दौरान ट्रक के स्टाफ ने बताया। जबकि खबर तो यह भी है कि इन लोगों ने ट्रक वाले को मोटा पैसा दिया था इसलिए ट्रक वाला इनको बैठा लाया।
प्रदेश में कोरोना वायरस के कहर के चलते चंबल संभाग सहित मध्यप्रदेश के सभी जिलों में चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है। चंबल के सभी जिलों में पुलिस कड़ाई से सख्ती करते हुए चेंकिग पॉइट से गुजरने वाले वाहन और पैदल यात्री की भी चेंकिग कर रही है। इस दौरान जो भी लोग उन्हें संदिग्ध नजर आ रहा है उसे सीधा अस्पताल भेजा जा रहा है।