मुरैना. छौंदा पुल के पास तूरी के गट्टों से भरे ट्रक के पलट जाने से हाइवे पर जाम लग गया। टोल प्रबंधन व पुलिस की अनदेखी व लापरवाही के चलते चार घंटे बाद जाम खुल सका। जानकारी के अनुसार छौंदा टोल के पास तूरी से गट्टा बनाने की फैक्ट्री संचालित हैं। शनिवार की शाम करीब साढ़े तीन बजे एक ट्रक तूरी के गट्टा भरकर ग्वालियर की तरफ जा रहा था, जैसे ही ट्रक फैक्ट्री से बाहर निकलकर ग्वालियर की तरफ मुड़ा, तभी अचानक वह हाइवे पर पलट गया। घटना स्थल के पास ही सिविल लाइन थाना और कुछ ही दूरी पर छौंदा टोल है, उसके बाद भी हाइवे से ट्रक को हटाने के काफी देर से प्रयास शुरू हुए। तब तक दोनों तरफ जाम लग गया। पहले ग्वालियर की तरफ जाने वाले मार्ग पर जाम लगा, उसके बाद वाहन दूसरी साइड से आने जाने लगे, इसलिए उधर भी जाम लग गया। अगर समय पर पुलिस व टोल प्रबंधन पहुंच जाता तो ट्रैफिक को सम्हाला जा सकता था लेकिन जब तक जेसीबी आई और ट्रक को हटाने के प्रयास शुरू किए तब तक लंबा जाम लग गया। ग्वालियर तरफ करुआ गांव से आगे तक और आगरा की तरफ नहर से आगे तक दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। जेसीबी से ट्रक को हटाया गया तब कहीं साढ़े सात बजे जाम खुल सका। उसके बाद भी वाहनों को पार करने में काफी समय लग गया। अक्सर छौंदा टोल पर लगता है जाम हाइवे पर सिविल लाइन थाने के नजदीक इस बार तो ट्रक के पलटने से जाम लगा लेकिन यहां स्थित छौंदा टोल प्रबंधन की अनदेखी के चलते अक्सर जाम के हालात बनते रहते हैं। टोल पर जो नियम हैं, उनका पालन नहीं किया जा रहा है। हर टोल पर अमरजेंसी वाहनों के लिए एक लाइन रिजर्व रहती है लेकिन छौंदा टोल पर सभी लाइनों पर एक साथ वाहन निकलते हैं जिससे जाम के हालात निर्मित होते रहते हैं। कई बार तो एम्बुलेंस फंसी रहती है। पुलिस अधिकारी फंसे तो स्टाफ को थाने तलब किया छौंदा टोल पर सामान्यतौर पर जाम में वाहन फंसते हैं तो पुलिस का ध्यान नहीं रहता लेकिन कुछ दिन पूर्व छौंदा टोल पर पुलिस के संभाग स्तर के एक अधिकारी के वाहन फंस गए तो सिविल लाइन पुलिस ने टोल मैंनेजर सहित स्टाफ को थाने ले जाया गया हालांकि बाद में छोड़ दिया लेकिन जिस तरह पुलिस ने अपने विभाग के अधिकारी के वाहन के फंसने पर तत्परता दिखाई, ऐसी सामान्यतौर पर दिखाई जाए तो जाम से आम लोगों को राहत मिल सकती है।