शिवपाल यादव नई पार्टी बनाकर कर रहे इस रणनीति पर काम, अखिलेश की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
इतने राउंड तक रहीं आगे
यहां बता दें कि पंचायत उपचुनाव के बाद सम्भल के वार्ड 11 से समाज कल्याण राज्यमंत्री की बेटी साक्षी सिंह शुरू के आठ राउंड तक आगे रहीं। उसके बाद में भाजपा प्रत्याशी से सपा प्रत्याशी पुष्पा देवी बढ़त बनाती रहीं। 13वें राउंड में सपा प्रत्याशी जीत गई। आरओ ने सपा प्रत्याशी पुष्पा देवी को 1496 वोटों से विजेता घोषित कर दिया। सपा प्रत्याशी को 12163 और भाजपा के प्रत्याशी को 10667 वोट मिले। हार की घोषणा होते ही भाजपाई मतगणना केंद्र के बाहर आ गए। और गड़बड़ी का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया।
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धांधली का लगाया आरोप
भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सिंघल भाजपाइयों के साथ आरओ योगेंद्रपाल सिंह के पास पहुंचे और मतगणना में गड़बड़ी होने का आरोप लगाते हुए दोबारा मतगणना करने की माग करने लगे। कुछ देर बाद राज्यमंत्री के पति रामपाल धरने पर पहुंच गए। उन्होंने प्रशासन पर सपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। इसके बाद भी भाजपाई धरने पर बैठे रहे। एक घंटे के बाद भाजपाइयों ने दोबारा मतगणना कराने की माग को लेकर एक प्रार्थना पत्र एडीएम को दिया और धरने से उठ कर चले गए।
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राज्यमंत्री ने बताया छोटा चुनाव
वहीं इस हार पर राज्यमंत्री गुलाबो देवी ने मुख्यमंत्री से शिकायत करने से इनकार करते हुए कहा कि ये बेहद छोटा चुनाव था। हार जीत लगी रहती है। लेकिन बड़ी संख्या में लोगों ने मेरी बेटी को समर्थन किया। इसलिए कोई शिकायत नहीं।
यहां बता दें कि पंचायत उपचुनाव के प्रचार के दौरान खुद राज्यमंत्री ने मंच से अपनी बेटी को जिताने के लिए धमकी वाले लहजे का इस्तेमाल किया था। जोकि सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर काफी चर्चा का विषय बना था। उधर सपाई जीत से बेहद उत्साहित नजर आये उनके मुताबिक ये लोगों में भाजपा के खिलाफ नाराजगी जाहिर करता है।