पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए आजम खान ने कहा कि इमरजेंसी बेशक एक काला दौर था। उसमे राजनीकि पार्टियों, नेताओं, छात्र नेताओं सभी को नुकसान पहुंचा था। लेकिन उसके बाद एक नया सवेरा हुआ था। जयप्रकाश नारायण का मूवमेंट के बाद इमरजेंसी हटी तो सत्ता बदली गयी। इस दौरान आजम खान ने त्तकालीन साल और आज के समय की तुलना करते हुए कहा कि आज आम आदमी की बर्बादी हुई है। इमरजेंसी में ट्रेने सही वक़्त पर चलने लगी थी। लोग सही वक़्त पर दफ्तर जाने लगे थे। लेकिन आज हालात ये है के आज की ट्रेन कल आती है या आती ही नहीं। जिसकी वजह से लोग सही समय पर कहीं नहीं पहुंच पाते, इंटरव्यू छूट जाते है, मरीज़ों के दाखिले नहीं हो पाते है। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जो बर्बादी इस वक़्त है जो डर है वो इमरजेंसी के समय से भी भयानक है। इस दौरान आजम खान ने नोटबंदी, जीएसटी, बाबरी मस्जिद, गुजरात दंगा, दलित हिंसा, नीरव मोदी, विजय माल्या, बढ़ते पेट्रोल डीजल के दाम को लेकर भी जमकर हमला बोला।
आजम खान यहीं नहीं रुके उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि आज के हालात हैं कि बीजेपी संविधान में संशोधन करने नहीं बल्कि संविधान खत्म करने आई है। उन्होंने कहा कि अब वो आरएसएस का विधान लाना चाहती है। नेशनल फ्लैग की जगह वो अपना झंडा ले आएंगे।