70 लाख की गाड़ी बनी आग का गोला तो दिखा ऐसा नजारा, इलाके में हर कोई रह गया हैरान, देखें वीडियो
बिहार से दिल्ली जा रहे थे बुजुर्ग
जानकारी के मुताबिक बिहार के ढुमरांव स्टेशन से नई दिल्ली के लिए 63 वर्षीय यात्री जीएन पाठक श्रमजीवी एक्सप्रेस के स्लीपर कोच संख्या एस आठ की बर्थ संख्या 44 पर सवार थे। उनके साथ 14 वर्षीय पौत्र सुमन भी था। गुरुवार रात 12.35 बजे बरेली से चलने के बाद जीएन पाठक के सीने में दर्द शुरू हो गया। उन्होंने पौत्र सुमन को बताया, वह रोने लगा। आसपास के यात्री एकत्रित हो गए। इस पर सह यात्री पवन कुमार ने टीटीई को सूचना दी और चिकित्सक उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। टीटीई ने तत्काल कंट्रोल को सूचना देकर मुरादाबाद में चिकित्सक उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। एक घंटे पहले सूचना होने के बाद भी मुरादाबाद में रेलवे के चिकित्सक और एंबुलेंस नहीं होने से इलाज करने स्टेशन आने से इन्कार कर दिया और हापुड़ में चिकित्सक उपलब्ध होने की बात बताई। दर्द से यात्री जीके पाठक तड़पता रहा और रेलवे प्रशासन ने श्रमजीवी एक्सप्रेस को रवाना कर दिया।
Rampur Upchunav: बुर्का पहनकर वोट देने वाली महिलाओं की ऐसे की जाएगी चेकिंग
यात्री हुए गुस्सा
आरपीएफ ने शव को हापुड़ स्टेशन पर उतराने का प्रयास किया। गुस्साए यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। रेलवे की लापरवाही से यात्री की मौत हो गई है। रात में 14 साल के बच्चा शव को लेकर कहां जाएगा। गुस्साए यात्री तोडफ़ोड़ करने पर उतर गए। रेलवे पुलिस ने यात्रियों को शांत किया और शव को ट्रेन से दिल्ली ले जाने की अनुमति दी।
देश में पहली बार अपनाया गया आंदोलन करने का ये तरीका, हर तरफ बना चर्चा का विषय, देखें वीडियो
होगी कार्रवाई
मामले की जानकारी के बाद डीआरएम तरुण प्रकाश ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। आरोपित चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।