आज का राशिफल 09 अगस्त 2018 इन राशि वालाें के लिए बन रहे हैं लाभ के याेग इन्हे रहना हाेगा सावधान
इस वजह से दी पत्नी उधार
भोजपुर नगर पंचायत की चेयरमेन रहमत जहां दो पतियों के बीच विवादों में फंस गयी हैं। उत्तराखण्ड के रहने वाले नसीम अहमद का आरोप है की रहमत जहां उसकी पत्नी है और इस से उसके दो बच्चे भी हैं। नसीम अहमद के मुताबिक मुरादाबाद के भोजपुर के रहने वाले शफ़ी अहमद उर्फ़ बाबू उसकी पुरानी दोस्ती थी। दोनों का एक दूसरे के घर आना जाना था। शफ़ी अहमद 2012 से 2017 तक मुरादाबाद की भोजपुर नगर पंचायत के चेयरमेन थे। इस दौरान जब नवम्बर 2017 में भोजपुर नगर पंचायत के चुनाव शुरू हुए तो सीट पिछड़ा वर्ग की महिला के लिए आरक्षित हो गयी। शफ़ी अहमद सामान्य जाति के हैं इसलिए वो चुनाव नहीं लड़ सकते थे। लिहाज़ा उन्होंने अपने दोस्त नसीम अहमद से कहा कि वो अपनी पत्नी रहमत जहां जोकि पिछड़ी जाति से हैं उन्हें भोजपुर नगर पंचायत के चेयरमेन पद के लिए चुनाव में खड़ा कर दे। इस पर नसीम अहमद ने कहा की उसकी इतनी हैसियत नहीं है की वो चुनाव लड़ा सके इस पर शफ़ी अहमद ने अपनी दोस्ती का वास्ता देते हुए नसीम अहमद से कहा की तुम अपनी पत्नी चुनाव में 15 – 20 दिन के लिए मुझे उधार दे दो मैं इसे चुनाव में खड़ा कर दूंगा और जीत जाने पर वापस आपके पास भेज दूंगा। उसके बाद जब कभी मीटिंग में जाने की ज़रूरत होगी तो रहमत जहां को ले जाया करूंगा या उस से हस्ताक्षर यही से करा के ले जाया करूंगा।
इस गिरोह के शातिर अंदाज से “स्पेशल 26” के अक्षय कुमार भी हो गए फेल
इतने दिनों के लिए मांगी थी पत्नी
चुनाव में खड़ा होने के लिए रहमत जहां को कागजो में मेरी पत्नी दर्शाना होगा इसलिए कुछ कागज तैयार कराने पड़ेगे जो मै करा लूंगा। नसीम अहमद शफी अहमद की बातो में आ गया और दोस्त होने के भरोसे में उसने अपनी पत्नी शफी अहमद को बीस दिन के लिए उधार दे दी।
सावन शिवरात्रि पर कांवड़िए लाए इस तरह गंगाजल, देखें तस्वीरें
चुनाव भी जीत गयीं
जिसके बाद रहमत जहां ने शफी अहमद की पत्नी के रूप में भोजपुर नगर पंचायत का चुनाव लड़ा और वो चुनाव जीत गयीं। रहमत जहां को भोजपुर नगर पंचायत का चेयरमेन बने हुए आठ महीने हो गये हैं।
जलाभिषेक के शुभ मुर्हुत के साथ जानिए भगवान शिव की पूजा विधि
जीतने के बाद पहले पति के घर भी हुआ था स्वागत
नसीम अहमद के मुताबिक रहमत जहां चुनाव जीतने के बाद एक दिन उसके घर आई थीं और तब सब गाँव वालों ने हार मालाएं पहना कर रहमत जहां और नसीम अहमद का स्वागत किया था। जिसकी तस्वीरें नसीम अहमद के पास हैं लेकिन अब ये तस्वीरें यादगार बन गयी हैं और रहमत जहाँ पत्नी बनकर शफ़ी अहमद के पास ही रह रही हैं। इसलिए नसीम अहमद ने उत्तराखंड के जसपुर की अदालत में शिकायत कराते हुए मांग की है कि उसकी पत्नी उसे वापस दिलाई जाये। अदालत ने कुंडा थाने की पुलिस से जांच आख्या मांगी है और मामला अदालत पहुंच चुका है और आज दोपहर तक फैसला आने की उम्मीद है।
यूपी में भाजपा की जीत हुई मुश्किल, इस जाति की नाराजगी से पार्टी फिर पहुंच जाएगी हाशिए पर
रहमत जहां अब नहीं जाना चाहतीं
जब टीम पत्रिका ने रहमत जहां से इस मामले में बात कि तो रहमत जहां ने हंसते हुए कहा कि क्या कोई अपनी पत्नी को किसी को उधार देता होगा? नसीम अहमद झूठ बोल रहे हैं। वो मेरे पहले पति थे लेकिन 2011 में ही मेरा उनसे तलाक हो चुका है और अब मैं शफ़ी अहमद की पत्नी हूं और यहां की चैयरमैन हूं मैं अपनी मर्ज़ी से अपनी ज़िन्दगी जी रही हूं और मैं यहां खुश हूं।
शिवरात्रि पर इन मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पहली बार दिखा ऐसा नजारा, देखें तस्वीरें
शफी अहमद ने साधी चुप्पी
इस वक़्त शफ़ी अहमद की रहमत जहां सहित तीन पत्नियां हैं। शफ़ी अहमद नगर पंचायत के दफ्तर में रहमत जहां के साथ ही बैठे थे लेकिन उन्होंने कैमरे पर बोलने से मना कर दिया।
कांवर पर हिन्दू-मुस्लिम एकता की दिखी ऐसी तस्वीरें, जिसे देखकर आप भी बोलेंगे वाह
उधार की पत्नी को लेकर उठ रहे सवाल
लेकिन सवाल ये खड़ा होता है कि अगर रहमत जहां का 2011 में नसीम अहमद से तलाक हो चुका था तो वो जीतने के बाद उसके घर क्यों गयीं थीं जिसकी गवाह ये तस्वीरें हैं। नसीम अहमद का आरोप है की शफ़ी अहमद उसे धमकियां दे रहा है की अगर उसने पत्नी वापस मांगी तो वो उसे जान से मरवा देगा। अब फैसला अदालत को करना है लेकिन उत्तरखण्ड से यूपी तक इस इलाके में हर किसी की जुबान पर पत्नी उधार देने की चर्चा है।