31 दिसंबर 2007 की रात और 1 जनवरी 2008 की अर्ली मॉर्निंग को सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर फिदायनी हमला हुआ था, जिसमें 7 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। तभी से रामपुर जिला संवेदनशील माना जाता है। कई साल पहले आकाशवाणी स्टूडियो समेत कई सरकारी संस्थानों को उड़ाने की धमकियां भी मिल थी। बावजूद इसके रेलवे स्टेशन की स्थिति यह है कि मेन गेट पर लगाया गया मेटल डिटेक्टर लंबे अरसे से खराब पड़ा है। उसे सम्भलबाने और बदलवाने की जहमत अभी तक किसी ने नहीं उठाई। हांलाकि, प्रशासन की ओर से दावा किया जा रहा है कि स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम है । जीआरपी के अधिकारी ने पत्रिका संवाददाता को बताया कि सुरक्षा के मुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लेकिन जमीनी हकीकत हम सबके सामने हैं।
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गौरतलब है कि रामपुर रेलवे स्टेशन की ये हालत तब है, जब स्वतंत्रता दिवस पर खूफिया एजेंसियों की ओर से जारी अलर्ट को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने के दावे किए जा रहे हैं। रामपुर की जीआरपी भी यहां सक्रिय है। रेलवे स्टेशन पर RPF और जीआरपी पुलिस के अफसर व कॉेस्टेबल ट्रेनों के अंदर घुसकर चैकिंग कर रहे हैं। वहीं, मुरादाबाद में सीओ कटघर सुदेश गुप्ता के नेतृत्व में पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट ने सबसे पहले मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर चेकिंग की। इस दौरान प्लेटफॉर्म और ट्रेनों में संदिग्धों को चेक किया। लावारिश बैग के लोकर भी लोगों को आगाह किया गया। इसके बाद रोडवेज पर चेकिंग की गई। यहां भी बस के साथ यात्रियों के बैगों और उनकी तलाशी ली गई। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की इस कदम से संदिग्धों में हड़कंप मच गया। सुदेश गुप्ता ने बताया कि यह अभियान खूफिया एजेंसियों के हाई अलर्ट के मिले निर्देशों के बाद चलाया जा रहा है। इसमें संदिग्धों की तलाशी के साथ ही भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर चेकिंग की जा रही है। ये अभियान बुधवार देर शाम तक लगातार जारी रहेगा। मंगलवार को रोडवेज के साथ ही वेव सिनेमा, पीवीआर सिनेमा को भी खंगाला गया। इस दौरान कहीं कोई संदिग्ध पकड़ में नहीं आया है। एहतियातन हर थाना क्षेत्र में शरारती तत्त्वों पर नजर रखी जा रही है।