इसी दौरान पीछे से आ रहे अन्य कांवड़ियों में यह अफवाह फैल गई कि सड़क हादसे में कांवड़िए की मौत हो गई है । फिर, एक साथ तीन चार जत्थों के कांवरियों ने अपने साथियों के साथ हाई-वे पर बैठ गए और हर हर महादेव, बम-बम भोले, जय शिव शंकर आदि के नारे लगाने लगे । इस दौरान काबड़ियों ने सड़क पर जा रहे एक ट्रक को निशना बनाकर उसका शीशा तोड़ दिया। गनीमत रही कि मारपीट की घटना नहीं घटी, क्योंकि चालाक ट्रक छोड़कर फरार हो गया था। घटना की सूचना मिलने के बाद कांवरियों को समझाने पहुंची 100 नंबर की गाड़ी को गुस्साए कांवड़ियों ने घेर लिया और गाड़ी के आगे खड़े होकर नारेबाजी करने लगे । कांवड़ियों के गर्म तेवर देखकर पुलिसकर्मियों के हाथ पैर फूल गए। पुलिसकर्मियों ने तुरंत वायरलेस पर मैसेज पास किया और अपने अधिकारियों को सूचना दी। दस मिनट के अंदर सीओ फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और हंगामा काट रहे कांवड़ियों को समझाया। सीओ ने कांवरियों से कहा कि सड़क हादसे में घायल हुआ कांवरिया ठीक है। उसका इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है । कांवरिए के मरने की झूठी अफवाह है। आप इस अफवाह पर ध्यान न दें । पुलिस के समझाने-बुझाने पर कंवरिया मान गए और अपनी-अपनी कांवड़ उठाकर अपने जत्थों के साथ गंतव्य की ओर लौट गए । कावड़ियों को जाम खुलता और वहां से जाता देख पुलिस ने राहत की सांस ली । इस दौरान हाई-वे पर दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने दूसरी साइड से वाहनों को डायबर्ट किया और जाम को खुलवाया।
पोन घंटे तक कांवड़िये डायल 100 की कार को चारों तरफ से घेर कर जबरदस्त नारेबाजी करते रहे । कभी बम-बम भोले तो कभी पुलिस प्रशासन हाय-हाय के नारे लगाते रहे। इस दौरान कार में बैठे पुलिस कांस्टेबलों की धड़कनें बढ़ने लगी। उन्होंने तत्काल अपने मोबाइल से पुलिस फोर्स को घटना की सूचना दी, इसके बाद सीओ के नेतृत्व में दो थानों की पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने पर कांवरियों से माफी मांगी, तब जाकर जाम खुलवाने में सफलता मिली। इस दौरान पुलिस ने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटना नहीं होने दी जाएगी। तब जाकर कांवड़ियों ने रास्ता छोड़ा।