हालांकि, वन विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। बीते कुछ सालों से शहर की सीमा के पास तेंदुओं का आना बढ़ गया है। हालांकि, इससे पहले तेंदुए भटककर आते थे और कुछ दिन बाद वापस जंगल लौट जाते थे, लेकिन इस बार तेंदुए कस्बों के साथ शहरी आबादी की ओर बढ़ने लगे हैं।
उधर क्षेत्रीय वन संरक्षण अधिकारी रमेश चंद्र का कहना है कि तेंदुए की संख्या भी बढ़ गई है। शेर से बचने के लिए जंगल छोड़कर तेंदुए खेतों में आ रहे हैं। यहां पर तेंदुए को आसानी से शिकार मिल जाता है। जहां तेंदुआ देखा जा रहा है, वहां पर वन विभाग की ओर से पिंजरा लगवाया जा रहा है।