हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर निवासी डॉ. शेखर डोगरा ने दहेज में डेढ़ करोड़ रुपये न मिलने पर पत्नी को मारपीट कर घर से निकाल दिया। पीड़िता को ससुराल वालों ने भी प्रताड़ित किया। जब वह मायके पहुंची और परिजनों को आपबीती सुनाई तो उनके होश उड़ गए।
इसके बाद मझोला थाने में डॉक्टर और उसके परिवार वालों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मझोला थाना क्षेत्र के चक फैजुल्लापुर चौहानों वाली मिलक निवासी निधि कुशवाह ने तहरीर में बताया कि 25 फरवरी 2019 को उसकी शादी हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर निवासी डॉ. शेखर डोगरा के साथ हुई थी।
पीड़िता ने बताया कि शादी दिल्ली स्थित एक होटल में हुई थी। जिसमें उसके पिता ने 40 लाख रुपये से अधिक खर्च किए थे। शादी के बाद जब पीड़िता ससुराल पहुंची, तो पति समेत अन्य ससुराल वाले शादी में मिले दहेज से नाखुश थे। कुछ दिन बाद पति और ससुराल वाले विवाहिता पर दबाव बनाने लगे कि वह डेढ़ करोड़ रुपये अपने मायके से लेकर आए।
पीड़िता ने बताया कि उसने एक बेटी को जन्म दिया, तो ससुराल वालों का व्यवहार और भी खराब हो गया। बेटी के जन्म पर पीड़िता के मायके वालों ने 2.50 लाख रुपये का छोछक दिया, लेकिन इसके बावजूद पति और ससुराल वाले नाराज हो गए।
उन्होंने विवाहिता को ताने दिए कि उन्हें इससे अधिक छोछक की उम्मीद थी। इसके बाद ससुराल वाले बार-बार विवाहिता पर दबाव डालने लगे कि वह अपने मायके से डेढ़ करोड़ रुपये लेकर आए, तभी उसे ससुराल में रहने दिया जाएगा।
आखिरकार, 14 सितंबर को पति और ससुराल वालों ने विवाहिता को मारपीट कर बेटी के साथ घर से निकाल दिया। सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि तहरीर के आधार पर पति डॉ. शेखर डोगरा, सास नीलम, ससुर सुरेंद्र, ननद वंदना सिंह और ननदोई राहुल सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।