आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में फिलहाल बारिश की स्थिति जारी रहेगी। अगले चौबीस से अड़तालीस घंटे में मिचौंग की वापसी होगी। इसकी वजह से दक्षिण पूर्वी यूपी में ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। प्रदेश में लखनऊ, बाराबंकी, हरदोई, कन्नौज, कानपुर, कानपुर देहात, खीरी, सीतापुर, अलीगढ़, आगरा, औरैया, बदायूं, बरेली, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, कासगगंज, जालौन, झांसी, रामपुर, संभल, शाहजहांपुर समेत आसपास बरसात हुई है।
प्रदेश में मंगलवार को पूर्वी यूपी में अलग-अलग स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। प्रयागराज, मीरजापुर, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र में बारिश का असर ज्यादा देखने को मिल सकता है। इस दौरान पश्चिमी यूपी में मौसम सामान्य तौर पर शुष्क बना रह सकता है। 6 दिसंबर को भी प्रदेश में इसी तरह का मौसम देखने को मिल सकता है ओर पूर्वांचल में बारिश की स्थिति बनी रहेगी। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में 7 दिसंबर को पूर्वांचल में अलग-अलग स्थान पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। जबकि पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क बना रहेगा। वहीं 8, 9 और 10 दिसंबर को पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क बने रहने के आसार हैं।
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न्यूनतम तापमान में होगी और ज्यादा गिरावटप्रदेश में अगले 24 घंटे के दौरान न्यूनतम तापमान में और ज्यादा गिरावट देखने को मिलेगी। पछुआ हवा के प्रभाव से न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में बने गंभीर चक्रवाती तूफान मिचौंग के मंगलवार को दक्षिणी आंध्र प्रदेश तट को पार करने के बाद इसकी वाह्य परिधि का प्रभाव पहुंचने से 7 दिसंबर तक विंध्य और आसपास के सुदूर दक्षिणी-पूर्वी उत्तर प्रदेश को प्रभाव दिख सकता है। इस इलाके में आसमान में बादल छाए रहने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक सोमवार को मौसम में बदलाव के बाद राजधानी लखनऊ में सुबह साढ़े 8 बजे से शाम साढ़े 8 बजे तक 15.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। बीते दस सालों में 2019 के बाद ये सर्वाधिक है। मंगलवार तक यह और भी बढ़ सकती है।