यह भी पढ़ेंं: राकेश टिकैत के आंसुओं ने दी आंदोलन को धार, गाजीपुर बॉर्डर पर बढ़ी भीड़, इंटरनेट पूरी तरह बंद पुलिस के मुताबिक दोनों वाहनों में टक्कर के बाद कुछ शव और घायल लोग वाहन के बाहर पड़े हुए थे। वहीं कुछ वाहनों के भीतर भी फंसे हुए थे। जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। जिसके बाद घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया और म़तकों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। साथ ही सभी के परिजनों को सूचना दी गई। जिसके बाद कई लोग जानकारी मिलते ही बदहवास हो गए। अस्पताल में अपनों के शव लेने पहुंचे लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि वह अपनों का इंतजार कर रहे थे, अब वे लोग कभी लौटकर नहीं आएंगे।
यह भी देखें: जब राकेश टिकैत के आंदोलन में चली थी गोली… बता दें कि ये हादसा सुबह करीब आठ बजे हुआ। जानकारी के अनुसार हाईवे पर काफी काेहरा था। यात्रियाें से भरी बस एक वाहन काे ऑवरटेक कर रही थी। इसी दाैरान सामने आ रहे कैंटर ने बस में टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही कैंटर पलट गया जबकि बस के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। दुर्घटना में मरने वाले अधिकांश यात्री बस के अगले हिस्से में बैठे हुए थे। दाेनाें वाहनाें के भिड़ने के बाद एक तीसरा वाहन भी तेजी से इनमें टकरा गया। दूसरे हाद्से में बस के पीछे की और बैठे यात्रियों काे भी गंभीर चाेटे आई। मुख्यमंत्री योगी ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकाें के परिजनाें काे दाे-दाे लाख रुपये और घायलाें काे इलाज के लिए 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है।