शहर में जुलूस-ए-मोहम्मदी के रास्तों पर खूबसूरत सजावट की गई। जिसमें राजकीय इंटर कालेज से पान दरीबा, मंडीचौक, चौमुखापुल, कच्चा बाग, लाल मस्जिद, फीलखाना, तहसील स्कूल, कोहना मुगलपुरा, दीवान का बाजार, जामा नईमिया के अलावा भी मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में चकाचौंध सजावट देखने लायक थी। नात पाक और कव्वाली की गूंज से माहौल रूहानी हो गया। मस्जिदों के अलावा तमाम संगठनों की जानिब से मिलाद कराकर हुजूर की शान बयान की गई।
सरकार की आमद मरहबा
ईद मिलादुन्नबी पर हिमगिरी कालोनी से शुरू हुए जुलूस के दौरान रास्ते भर नबी की शान में नात पाक, सलातो-सलाम व नारे गूंजते रहे। रसूले पाक की आमद पर पूरे अंचल में खुशियां बिखरी दिखाई दी। मस्जिदों और दरगाहों को सजाया गया। जुलूस-ए-मोहम्मदी में इस्लामी झंडे लिए बड़ी संख्या में बच्चे, युवा और बुजुर्ग हाथों में झंडे और बैनर लिए शामिल थे। पैगंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा (स.अ.) की अजमत का नारा बुलंद करते हुए मरहबा, सरकार की आमद मरहबा जैसे नारे बुलंद करते रहे।
जुलूस में शामिल हजारों आशिके रसूल ने नारे तकबीर अल्लाह-ओ-अकबर के साथ ही नबी की शान में नारे बुलंद कर पैगंबरे इस्लाम की दुनिया में आमद का जश्न मनाया। यहां शहर इमाम ने मुल्क में अमन-चैन व कौम की सलामती की खातिर दुआ कराई।