इस नए ऐप में रंग की मदद से फर्जी और सही ख़बर को पहचाना जा सकता है। कुमारगुरू ने कहा कि फेक न्यूज को पहचानने के लिए कई कलर कोड्स होंगे। जिसमें ग्रीन कलर बताएगा कि मैसेज वैध है। पीले कलर का मतलब होगा की सिस्टम इसे पहचान नहीं पा रहा है तो, वहीं लाल कलर का मतलब होगा की जो भी न्यूज है वो पूरी तरह से फेक है।
आपको जानकारी दे कि पिछले कई महीने में देश के कई क्षेत्रों में सोशल साइट व्हाट्सएप के जरिए फर्जी ख़बरें फैलाई जा रही थी। इसकी वजह से कई निर्दोष लोगों की जान भी गई, जिसमें महाराष्ट्र के रेनपाडा गांव में बच्चा चोर होने के संदेह में पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। वहीं, हाल में कर्नाटक के बीदर में भीड़ ने तीन लोगों को बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर जख्मी कर दिया था।