मालूम हो फेसबुक (Facebook) ने व्हाट्सएप (WhatsApp) को खरीद लिया है और अब ये फेसबुक की ही कंपनी है। कुछ साल पहले व्हाट्सएप को एक्शन ने फेसबुक के हाथों 19 बिलियन डॉलर में बेच दिया था। जब 2014 में व्हट्सएप का अधिग्रहण फेसबुक ने किया था तब इसे बेचने के बाद एक्शन व्हाट्सएप से अलग हो गए थें। व्हाट्सएप के दोनों ही को-फाउंडर अब फेसबुक से अलग हो गए हैं। दोनों ही फाउंडर्स फेसबुक के विज्ञापन मॉडल को व्हाट्सएप से दूर रखने की वकालत करते रहे और साथ यूजर्स डेटा को भी फेसबुक के साथ शेयर करने के खिलाफ थे। हालांकि फेसबुक ने उनकी बात नहीं मानी और व्हाट्सएप का कुछ डेटा अब फेसबुक के साथ भी शेयर होता है।
अब फेसबुक क्रॉस प्लेटफॉर्म बनाने की तैयारी में है और इसके लिए वॉट्सऐप, मैसेंजर और इंस्टग्राम को मर्ज किया जाएगा। इससे पहले भी व्हाट्सएप को बनाने वाले ब्रायन ऐक्टन ने फेसबुक के प्रॉफिट मॉडल की भी आलोचना की है। अपने स्पीच के दौरान व्हाट्सएप को फेसबुक के हाथों बेचने के बारे में उन्होंने कहा है कि तब उनके पास थोड़े अनुभव की कमी थी और उन्हें लगा की जेन कूम अपने तरीके से फेसबुक चलाते रहेंगे। हालांकि हाल में जेन ने भी व्हाट्सएप छोड़ दिया है।