इस बात को आगे बढ़ाते हुए तमिलनाडु इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्टर एम मणिकंदन ने राज्य सरकार से Tik Tok को बैन करने की मांग की है। साथ ही कहा है कि तमिलनाडु सरकार बैन करने का सुझाव केंद्र सरकार को देगी। अगर ऐसा होता है तो भारत में इस ऐप की मुश्किलें बढ़ सकती है। मालूम हो, इससे पहले भी मणिकंदन ने सुसाइड गेम्स लेबल्स ब्लू व्हेल चैलेंज को बंद करने की मांग की थी।
इस ऐप के कंटेंट को बड़ी आसानी से व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जा सकता है, जिसकी वजह से इसके कंटेंट ज्यादा से ज्यादा लोगों तक रीच होती है। मिनिस्टर की माने तो यह ऐप राज्य में पोर्नोग्राफी कंटेंट को बढ़ावा दे रही है। इससे समाज के लोगों पर गलत असर पड़ने की चिंता व्यक्त की जा रही है।
कुछ ऐसी ही मुसीबत Whatsapp के जरिए फैल रहे फेक ख़बरों और अफवाहों के साथ भी है। वॉट्सऐप पर सरकारी की तरफ से कुछ बदलाव करने के लिए फोर्स किया जा रहा है जिस पर अगर अमल नहीं किया जाता है तो कंपनी को देश से बाहर का रास्ता देखना पड़ सकता है। सरकार की तरफ से कंपनी पर यह दबाव डाला जा रहा है कि पता लगाए कि फेक ख़बरे और अफवाहें कहां से फैलाए जा रहे हैं। इसके लिए कंपनी को अपनी पॉलिसी में बड़ा बदलाव करना होगा। यह बदलाव एंड टु एंड एनक्रिप्शन की वजह से संभव नहीं है। इस मामले पर कंपनी का कहना है कि प्लेटफॉर्म पर भेजे गए किसी भी मैसेज को सिर्फ सेंडर और रिसिवर के अलावा कोई तीसरा इन मैसेज को न तो ट्रेस कर सकता है और न ही पढ़ सकता है।