आज के दौर में ज्यादा लोगों तक कम खर्च में आसानी से संदेश पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया सबसे बेहतर जरिया है, जिसका फायदा इस बार के लोकसभा चुनाव में खूब उठाया गया। बता दें फेसबुक और उसके स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप के लिए भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है। ऐसे में इसका इस्तेमाल लोकसभा चुनाव 2019 में जोर-शोर से किया गया। जहां फेसबुक पर पॉलिटिकल पार्टियों के कई वेरिफाइड अकाउंट आपको देखने को मिल जाएंगे। वहीं, व्हाट्सएप के जरिए भी भारी मात्रा में इन पार्टियों ने अपने संदेश लोगों तक पहुचाएं हैं।
देश में व्हाट्सएप के जरिए फैलाए जा रही फेक न्यूज़ को रोकने के लिए कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म पर पिछले साल कई बदलाव किए। इनमें फॉरवर्ड मैसेज इंडीकेटर और फॉरवर्ड मैसेज की लिमिट को घटा कर सिर्फ 5 लोगों तक ही कर दिया गया था। लेकिन अब सवाल यह उठा है कि ऐसे में इन पॉलिटिकल पार्टियों ने अपने संदेश को व्हाट्सएप की मदद से हजारों लोगों तक कैसे पहुंचाया। तो हम आपको बता दें कई ऐसे ऐप्स हैं जो व्हाट्सएप की तरह की काम करते हैं। यह ऐप्स आपको आसानी से ऑनलाइन मिल जाएंगे जिसे 1,000 रुपये से लेकर 1,900 रुपये तक के खर्च में प्राप्त किया जा सकता है। इनमें GB WhatsApp , JTWhatsApp और बिजनेस सेंडर शामिल हैं।
डेवलपर्स द्वारा बनाएं गए इन्हीं ऐप्स का इस्तेमाल पॉलिटिकल पार्टियां अपने प्राचार के लिए करती हैं। ये ऐप्स यूजर्स को एक बार में 100 मैसेज भेजने की क्षमता रखते हैं जबकि ओरिजनल व्हाट्सएप की मैसेज भेजने की क्षमता 30 है। मतलब इन ऐप्स के जरिए व्हाट्सएप की मैसेज भेजने की लिमिट को बढ़ाया जा सकता है। ऐसी भी वेबसाइटें हैं जो इन ऐप्स को मुफ्त में उपलब्ध कराती है। इसके लिए बस आपको apk फाइल्स को डाउनलोड कर के इन ऐप्स को अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल करना होगा।