गूगल पे में आए इस नए फीचर के तहत यूजर्स अपने लास्ट 10 यूपीआई ट्रांजेक्शन को डिलीट या टोकननाइज्ड कर सकेंगे। इससे इन ट्रांजेक्शन का एक्सेस गूगल को नहीं मिल पाएगा। बता दें कि क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड टोकननाइज्ड एक प्रोसेस होता है, जिससे कंपनी के इंटरनल नेटवर्क से सेंसिटिव डेटा को हटा दिया जाता है। साथ ही यूजर्स को ये कंट्रोल
मिलेगा कि वे ऐप के भीतर सुविधाओं को पर्सनलाइज कर सकेंगे।
नए फीचर्स में कंपनी यूजर्स को UPI के अलावा कॉन्टेक्टलैस कार्ड ट्रांजेक्शन करने की भी सुविधा देगी। इसके लिए भी टोकननाइज्ड डेबिट या क्रेडिट कार्ड का यूज किया जाएगा, जो उनके स्मार्टफोन से लिंक रहेंगे। नए अपडेट के बाद यूजर इस तरह की ट्रांजेक्शन हिस्ट्री को डिलीट भी कर पाएंगें। वहीं गूगल सिर्फ उन डेटा को ही स्टोर करके रखेगा जो ट्रांजेक्शन के लिए जरूरी होगा।
इसमें यूजर्स को गूगल पे के भीतर उनकी गतिविधि के आधार पर अधिक प्रासंगिक ऑफर और पुरस्कार मिलेंगे, जिसमें लेनदेन इतिहास भी शामिल रहेगा। हालांकि ये यूजर्स पर डिपेंड करेगा कि वे कंट्रोल फीचर को चालू नहीं करना चाहते है या नहीं। फीचर चालू नहीं करने पर भी वे ऐप का पहले की तरह ही उपयोग कर पाएंगे और इसमें कुछ बदलाव नहीं होगा।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि यूजर्स की व्यक्तिगत जानकारी कभी भी किसी को नहीं बेची जाती है और विज्ञापनों को टारगेट करने के लिए यूजर्स के लेन-देन की हिस्ट्री को किसी अन्य गूगल उत्पाद के साथ साझा नहीं किया जाता है।