बता दें कि भारत में इंटरनेट कंपनियों पर 18 फीसदी जीएसटी के अलावा 2 फीसदी टैक्स (equalisation levy) लगाया गया है। बता दें कि equalisation levy वह टैक्स है, जो विदेशी टेक कंपनियों से डिजिटल ट्रांजेक्शन के जरिए होने वाली कमाई पर लिया जाता है। वहीं अन्य देशों में इन टैक्स की बात करें तो इंडोनेशिया में विदेशी डेवलपर्स को 10 प्रतिशत का नया टैक्स देना होगा।
एप्प्प ने क बयान में कहा है कि जब टैक्स या फॉरेन एक्सचेंज रेट में बदलाव होता है, तो एप स्टोर पर कीमतें भी अपडेट करनी पड़ती हैं। ऐसे में नए टैक्स के चलते अगले कुछ दिनों में एप स्टोर पर एप्स और इन-एप पर्चेज (ऑटो-रिनुअल सब्सक्रिप्शन को छोड़कर) की कीमतें ब्राजील, कोलंबिया, भारत, इंडोनेशिया, रूस और दक्षिण अफ्रीका में बढ़ेंगी।
कंपनी ने कहा कि यूजर्स को नई कीमतें जानने के लिए कंपनी के डिवेलपर पोर्टल के My Apps में मौजूद Pricing and Availability सेक्शन में जाकर पता करना होगा। हालांकि फिलहाल कंपनी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि भारत में Apple Music, Apple TV+ और iCloud की कीमत में बदलाव होगा या नहीं।