गूगल ने पार्लर एप की पोस्ट को भड़काने वाला बताया। गूगल ने एक बयान में कहा कि हम पार्लर ऐप में लगातार हो रही पोस्ट्स के बारे में जानते हैं जो अमरीका में चल रही हिंसा को भड़काना चाहती हैं। सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में देखते हुए हम तत्काल प्ले स्टोर से एप की लिस्टिंग को रद्द कर रहे हैं, जब तक कि वह इन मुद्दों पर काम नहीं करता है।
पार्लर ने गूगल प्लेटफॉर्म द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर कोई टिप्पणी नहीं की है। वहीं एप्पल ने भी पार्लर को अपने ऐप को मॉडरेट करने या हटाने के लिए एक अल्टीमेटम दिया है। पार्लर के सीईओ जॉन मैटेज ने एप्पल की धमकियों का जवाब देते हुए कहा कि कंपनी प्रतिस्पर्धी विरोधियों के दबाव में नहीं आएगी। बता दें कि यह एप अभी भी एप्पल के ऐप स्टोर पर उपलब्ध है। बता दें कि पार्लर को फ्री स्पीच विकल्प के रूप में जाना जाता है। यह ऐसे पोस्ट करने की अनुमति देता है जिसमें साजिशों, धमकियों और अभद्र भाषा समेत अन्य चीजें शामिल हों।
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ट्विटर ने भी डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हिंसा भड़काने के जोखिम का हवाला देते हुए अपने प्लेटफॉर्म पर उन पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। ट्विटर ने यह प्रतिबंध ट्रंप समर्थकों द्वारा अमरीकी कैपिटल पर हमला करने के दो दिन बाद लगाया है। ट्विटर पर डोनाल्ड ट्रंप के हैंडल में उनके द्वारा फॉलो किए गए अकाउंट्स की संख्या 51 और उनके 8.87 करोड़ फॉलोअर्स की संख्या नजर आ रही है। साथ ही स्क्रीन के केंद्र में दो शब्द अकाउंड सस्पेंडेड लिखे हुए हैं।
ट्विटर ने एक बयान में कहा है, एट द रेट रियल डोनाल्ड ट्रंप अकाउंट से हाल ही में किए गए ट्वीट्स की करीबी समीक्षा करने और उनके संदर्भों को देखने के बाद हमने भविष्य में हिंसा को भड़काने के जोखिम को देखते हुए अकाउंट को स्थायी रूप से बंद कर दिया है।