जी हां यह कोई मजाक नहीं है बल्कि असलियत है। जब से भारत चीन सीमा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों की जान गई है तब से भारतीयों में रोष व्याप्त है जिसके बाद अब भारतीय अपने स्मार्टफोन से सभी चाइनीस एप्स को डिलीट कर रहे हैं। अब तो आलम के की चाइनीज ऐप्स की रेटिंग तेरी से गिरती जा रही है और इन्हें डाउनलोड करने वाले लोगों की संख्या में भी भारी कमी आई है।
दरअसल ड्राई फ्रूट्स बांटने का मामला गुजरात के आनंद जिले के पेटलाद में खरीद बिक्री संघ का है जहां पर चीनी एप्लीकेशन अनइनस्टॉल करने पर ढाई सौ ग्राम ड्राई फ्रूट दिया जा रहा है। इस बात की खबर जैसे जैसे लोगों को लग रही है वैसे-वैसे लोग इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा भी ले रहे हैं और इसमें सबसे ज्यादा दिलचस्पी युवा दिखा रहे हैं क्योंकि उन्हें एप्स डिलीट करने के बदले ड्राई फ्रूट्स मिल रहे हैं।
आपको बता दें कि सबसे ज्यादा चाइनीस एप्स का इस्तेमाल युवा अपने स्मार्टफोंस में करते हैं और इनमें सबसे ऊपर है टिक टॉक ( tik tok ) जो एक वीडियो ऑडियो स्विमिंग ऐप है और भारत में यह काफी ज्यादा पॉपुलर हो चुका है। अंदाजा तो इस बात से लगाया जा सकता है कि फिल्म स्टार से भी ज्यादा इस एप्स पर कई सारे यूजर्स के फॉलोअर्स हो जाते हैं। दरअसल टिक तोक पर फॉलोअर्स बनाना काफी आसान होता है और यह काफी तेजी से बढ़ते भी हैं।
चाइनीस ऐप डिलीट करने के लिए यह जो मुहिम चलाई जा रही है देशभर में इस तरह की कई मुहिम जारी हैं। अब इतने सारे लोगों के एक साथ विरोध प्रदर्शन के बाद हेलो, टिक टॉक, बिगो लाइव, पब्जी जबसे एप्स फ्री डाउनलोडिंग मैं 5 फ़ीसदी की गिरावट देखने को मिली है जो भारत के लिए काफी अच्छे संकेत हैं।
दरअसल चाइना जो पैसा भारत में इन एप्स से कम आता है उससे उसकी अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है और साथ ही अपनी मिलिट्री के लिए वह उच्च तकनीक से लैस हथियार भी खरीद रहा है और भारत यही बात नहीं चाहता है जिसकी वजह से अब लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में चाइनीस एप्स को डिलीट करने का काम कर रहे हैं।
टिक टॉक जैसे ही कई अन्य चाइनीज ऐप्स भी हैं जो भारत में बेहद ही पॉपुलर हैं लेकिन लोग अब इन एप्स के ऑप्शंस ढूंढ रहे हैं जिससे भारत में इन एप्स की कमाई पूरी तरह से बंद हो जाए।